सार

 गंगोत्री से सिर पर कलश लेकर बागेश्वर धाम के लिए पैदल यात्रा पर निकलीं शिवरंजनी तिवारी मध्य प्रदेश में एंट्री कर चुकी हैं। लेकिन छतरपुर पहुंचने के दौरान उनकी तबीयत बिगड़ गई। उन्हें अस्पताल ले जाया गया है।

 

 

छतरपुर (मध्य प्रदेश). बागेश्वर धाम के पीठेश्वर धीरेंद्र शास्त्री के साथ शादी का ऐलान करने वाली शिवरंजनी तिवारी मध्य प्रदेश की सीमा में एंट्री कर चुकी हैं। वह तय तारीख के मुताबिक, 16 जून को बागेश्वर पहुंच जाएंगी। लेकिन इसी बीच खबर सामने आई है कि शिवरंजनी की तबीयत खराब हो गई है। उन्हें छतरपुर के जिला अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने चेकअप करने के बाद उन्हें कुछ दिन आराम करने की सलाह दी है। बता दें कि शिवरंजनी एमबीबीएस छात्रा हैं, लेकिन मेडिकल की स्टडी करने वाली यह स्टूडेंट्स आखिर भगवा धारण कैसे कर लिया। आइए जानते इन सवालों के जवाब उन्हीं की जुबानी...

पहला सवाल-एमबीबीएस स्टूडेंट ने भगवा कपड़ा कब और कैसे धारण किया?

गंगोत्री से सिर पर कलश लिए पैदल यात्रा करने वाली शिवरंजनी से जब मीडिया ने सवाल किया कि आप तो एक मेडिकल स्टूडेंट हैं, फिर यह भगवा वस्त्र धारण कैसे कर लिया? उन्होंने मीडिाय के सभी सवालों का जवाब बड़े जोशीले अंदाज में दिया। उन्होंने कहा कि मेरा परिवार एक धार्मिक परिवार है, में बचपन से ही परम पूज्य जगतगुरु श्री शंकराचार्य स्वरूपानंद जी महाराज के सानिध्य में रही हूं। मे ही नहीं उनकी कृपा मेरे घर पर रही है। इसलिए मैं बचपन से राम कथा, भगवत कथा से जुड़ी रही। ऐसा नहीं है कि मैंने आज यह भगवा कपड़े धारण किए हैं। इस रंग के कपड़े तो मैं बचपन से ही पहन रही हूं।

सवाल दूसरा-अगर धीरेंद्र शास्त्री ने शादी से इंकार किया तो शिवरंजनी क्या करेंगी?

बता दें कि जब पत्रकारों ने शिवरंजनी से पूछा कि अगर धीरेंद्र शास्त्री ने आपके साथ शादी करने से इंकार कर दिया तो आप क्या करेंगी। तो इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि मैंने ऐसा बिलकुल नहीं कहा कि वह मुझसे शादी ही करेंगे। बस मैंने अपनी तरफ से यह प्रस्ताव रखा है। वह मेरे भवगान हैं, मेरे मन की हर बात जानते हैं। मुझे पता है कि जिस तारीख मैं बागेश्वर पहुंचने वाली हैं हो सकता है मुझे उनके दर्शन ना हों।

तीसरा सवाल-आप धीरेंद्र शास्त्री को प्राणनाथ क्यों कहती हैं?

पत्रकारों का तीसरा सवाल था कि आप धीरेंद्र शास्त्री को प्राणनाथ क्यों कहती हैं। तो इसका जवाब देते हुए पहले शिवरंजनी थोड़ा मुस्कुराईं फिर गंभीर होते हुए कहा कि मैं बागेश्वर महाराज को इसलिए प्राणनाथ कहती हूं कि वह हर किसी के प्राणों के नाथ हैं। वह बिना कहे सबके मन की बातें जान लेते हैं। उनके सामने कुछ बयां करने की जरूरत नहीं होती, वह सब जानते हैं। उनके सामने कोई बात नहीं छूट सकती है। इसलिए तो वह मेरे ही नहीं हम सबके प्राणों के नाथ हैं।

कौन हैं 20 साल की लड़की शिवरंजनी तिवारी

बता दें कि 20 साल की शिवरंजनी तिवारी मूल रूप से मध्य प्रदेश के सिवनी की रहने वाली हैं। वर्तमान में वह एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही हैं। इसके अलावा वह भजन गायिका हैं वो चार साल की उम्र से भजन-कीर्तन कर रही हैं। वह एक यूट्यूबर भी हैं, यूट्यूब पर उनके वीडियों को लाखों व्यूस मिलते हैं। बताया जाता है कि वह जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के परिवार से तालुक रखती हैं।