सार
अयोध्या में रामलला के भव्य मंदिर निर्माण के लिए कई लोगों ने ऐसे संकल्प ले रखे हैं। जो आम इंसान की कल्पना से परे हैं। ऐसा ही एक संकल्प मध्यप्रदेश के एक व्यक्ति ने महज 10 साल की उम्र में ले लिया था। जिन्हें लोग मौनी बाबा के नाम से जानने लगे हैं।
दतिया.मध्यप्रदेश के दतिया में एक व्यक्ति ने महज 10 साल की उम्र में ही बड़ा संकल्प ले लिया था कि जब तक राम मंदिर नहीं बन जाएगा। तब तक वे बोलेंगे नहीं। इस संकल्प के साथ वही उन्होंने चप्पल पहनना भी छोड़ दिया था। वे कहीं भी जाते तो नंगे पैर ही जाते थे। वे अयोध्या में बावरी मस्जिद का ढ़ाचा हटाने वाले कारसेवकों में भी शामिल थे। ऐसे में अब वे इंतजार कर रहे हैं कि उनको भी राम मंदिर से बुलावा आएगा।
22 जनवरी से जपेंगे राम नाम
मौनी बाबा 22 जनवरी 2024 को अपना मौन व्रत का संकल्प तोड़ देंगे। इसके बाद वे राम नाम जपेंगे। वे फिलहाल मध्यप्रदेश के दतिया में ही नंगे पैर भ्रमण कर रहे हैं। 22 जनवरी के बाद वे चप्पल भी पहन लेंगे। उन्हें उम्मीद है कि राम मंदिर से उन्हें बुलावा आएगा। जिसके चलते वे रोज पुलिस कलेक्टर और एसपी कार्यालय भी जाते हैं कि शायद आज उन्हें बुलावा आ जाए। उन्होंने इस संबंध में आवेदन भी दिया है।
स्लेट पर लिखकर देते हैं जवाब
मौनी बाबा से अगर कोई कुछ प्रश्न करता है तो वे उसका जवाब लिखकर देते हैं। वे एक स्लेट और कलम अपने पास रखते हैं। जिस पर सभी के पूछे प्रश्नों का उत्तर देते हैं।
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देशभर में उत्साह
22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव को लेकर देशभर के लोगों में उत्साह है। लोग इस दिन को यादगार बनाने के लिए अपने घर आंगन को भी दीप और रोशनी से सजाएंगे। कहीं भजन कीर्तन तो कहीं भंडारे का आयोजन होगा। वहीं विभिन्न मंदिरों में भी इस दिन श्रद्धालु उत्सव मनाएंगे। वहीं दूसरी तरफ राम मंदिर अयोध्या दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को घर घर जाकर पीले चावल दिए जा रहे हैं। उनसे अपील की जा रही है कि 22 जनवरी को तो आप अपने घर नगर और शहर में ही उत्सव मनाएं। इसके बाद जब भी उचित हो राम मंदिर जाएं तो ये अक्षत वहां विसर्जित करें।
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