सार

क्राइम ब्रांच की एक टीम ने मादक पदर्थों को बेचने औऱ खरीदने वाले दो तस्करों को गिरफ्तार किया है। एक आरोपी पेश से होम्योपैथिक डॉक्टर है। जोकि लड़कियों के कपड़े पहनकर ड्रग्स सप्लाई करता था।

इंदौर। देश और दुनिया मे इस वक्त अपराध के मामले लगातार बढ़ते चले जा रहे हैं। कुछ केस ऐसे भी होते हैं जिनके बारे में जानने के बाद लोग सोच में पड़ जाते हैं कि आखिर कौन ऐसे अपराध को अंजाम दे सकता है? इसी तरह का एक मामला इंदौर से जुड़ा सामने आया है। क्राइम ब्रांच की एक टीम ने मादक पदर्थों को बेचने औऱ खरीदने वाले दो तस्करों को गिरफ्तार किया है। एक आरोपी पेश से होम्योपैथिक डॉक्टर है। वहीं, दूसरा एक होटल में केयर टेकर है। लड़कियों के कपड़े पहनकर डॉक्टर ड्रग्स की सप्लाई करते हुए पकड़ा गया है। 31 दिसंबर की पार्टी में ड्रग्स सप्लाई करने के लिए आरोपी वहां पर पहुंचे थे।

तुलसी नगर स्थित होटल मेडिलैंड में पुलिस ने कार्रवाई की है। पार्टी के दौरान कई सारे युवक और युवतियां यहां पर शामिल थे। आरोपी भारत चौरसिया और योगेश लड़इया को 30 ग्राम एमडी ड्रग्स और दो किलो 437 ग्राम गांजा के साथ पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इस मामले में पुलिस इस बात का दावा कर रही है कि आरोपित राजस्थान के तस्करों से जुड़े हैं। सस्ते दामों में गांजा और एमडी खरीदकर वो सप्लाई करते हैं।

पर्सनल लोन के साथ शुरू की ड्रग्स की सप्लाई

थर्टी फर्स्ट पर पार्टी के लिए उन्होंने ड्रग्स बेचना का काम स्वीकार किया। पुलिस ने जब होटल पहुंचकर कार्रवाई की तो वहां पर 10 युवतियां मिली। वो लड़कियां भी ड्रग्स का नशा करती है। देह व्यापार करने के लिए डॉक्टर ने सभी को बुलाया था। वो लड़कियां गोरखपुर, दिल्ली और गुजरात की रहने वाली बताई जा रही है। होटल के मैनेजर को भी इस बात की जानकारी थी। होटल में पिछले काफी वक्त से ड्रग्स की सप्लाई हो रही थी। डॉक्टर भी लड़कियों के कपड़े पहनता था। साथ ही नशे का भी करता था। एडिशनल डीसीपी ने राजेश दंडोतिया ने बताया कि डॉक्टर करीब छह महीने से नशा कर रहा था। उसने ड्रग्स को ही कमाई का जरिया बना लिया था। उसने पांच लाख का पर्सनल लोन लेकर ड्रग्स की सप्लाई शुरू की थी।