सार
मध्यप्रदेश के ग्वालियर में एक ही परिवार के तीन लोगों ने एक के बाद एक सुसाइड कर अपनी जान दे दी। सामूहिक सुसाइड केस से हड़कंप मच गया। आक्रोशित लोगों ने सोमवार को तीनों के शव सड़कर पर रखकर चक्काजाम कर दिया।
ग्वालियर. ग्वालियर जिले के सिरोल थाना क्षेत्र के अंतर्गत आनेवाले हुरावली में एक ही परिवार के तीन लोगों ने सामूहिक रूप से सुसाइड कर लिया है। जिसमें 17 साल के बेटे के साथ ही उसकी 40 साल की मां और 48 साल के पिता ने सुसाइड किया है। दिल दहला देने वाली ये घटना जिस व्यक्ति के कारण हुई है। वह पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। इस कारण लोगों ने सोमवार को शहर के मुख्य मार्ग पर तीनों के शव रखकर प्रदर्शन कर चक्काजाम लगा दिया है।
सड़क पर शव रखकर प्रदर्शन
जानकारी के अनुसार महज 17 साल के बेटे अचल झा ने सुसाइड कर लिया था। उसकी मौत देखकर उसकी मां त्रिवेणी 40 साल और पिता जितेंद्र उर्फ जीतू झा 48 वर्ष ने भी सुसाइड कर लिया। तीनों के सुसाइड की जानकारी लोगों को रविवार सुबह करीब 10.30 बजे लगी थी। इसके बाद तीनों के शव का पीएम और पुलिस की कार्रवाई के बाद जब शव मिले, तो लोगों ने इस घटना के आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर मुरार के बारादरी चौराहे पर जाम लगा दिया। यहीं तीनों के शव को रखकर प्रदर्शन किया जा रहा है।
आरोपी की घर गिराने की मांग
पुलिस को घटना स्थल से एक सुसाइड नोट मिला है। जिसमें लिखा है कि मेरे बेटे की मौत की वजह देवेंद्र पाठक है। देवेंद्र ने मेरे बेटे को बहुत परेशान किया, इस वजह से उसने फांसी लगाकर जान दे दी है। देवेंद्र को कड़ी सजा दी जाए। इस मामले में आक्रोशित लोगों ने तीनों शव को सड़क पर रखकर आरोपी का घर गिराने की मांग की है।
ये था पूरा मामला
ग्वालियर में एक प्रॉपर्टी ब्रोकर के 17 साल के बेटे का शव फांसी के फंदे पर लटका हुआ था। बताया जा रहा है कि बेटे के सुसाइड करने के बाद उसके पिता और मां ने भी सुसाइड कर लिया। तीनों के सुसाइड की जानकारी रविवार को तब लगी, जब कुछ लोग उनके घर पहुंचे। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस की जांच में सामने आया कि किसी देवेंद्र नाम के प्रॉपर्टी ब्रोकर से प्रताड़ित होकर बेटे ने जान दी है। इसी के साथ जांच करने पर पता चला कि जिस घर में सामूहिक सुसाइड केस हुआ है। उसमें किसी ने भी दो दिनों से खाना नहीं खाया था, क्योंकि खाने के डिब्बे में रोटियां वैसी की वैसी रखी थी। उनके किचन में भी शराब की बोतलें मिली हैं। सुसाइड का खुलासा भी संभवता दो दिन बाद हुआ, क्योंकि घर के बाहर खड़ी गाड़ी पर दूध के पाउच टंगे थे, अखबार भी बाहर ही पड़े थे। जिससे साफ पता चल रहा है कि वे दो दिन से एक्टिव नहीं थे।