सार
इंदौर में लॉरेंस इंटरनेशनल स्कूल के बस ड्राइवर ने 32 साल के कारोबारी दीपक चावला को कुचल दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। वह परिवार में अकेला कमाने वाला था। ऐसे में घरवाले रो रोकर बेहाल हो गए। बुधवार को उन्होंने माणिकबाग ब्रिज के पास शव रखकर चक्काजाम किया।
इंदौर. इंदौर में लॉरेंस इंटरनेशनल स्कूल बस का ड्राइवर नशे की हालत में गाड़ी चला रहा था। उसने ये बात बस में बैठे स्कूल के बच्चों से भी कही थी। कि आज मैंने पी रखी है गाड़ी तेज चलेगी। इसके बाद उसने तेज रफ्तार से गाड़ी चलाते हुए मंगलवार दोपहर में दो लोगों को कुचल दिया, जिसमें रेस्टोरेंट संचालक दीपक चावला की मौत हो गई थी। जबकि एक अन्य घायल का इलाज चल रहा है। इस मामले में बुधवार को मृतक के परिजनों ने माणिकबाग ब्रिज के समीप शव को रखकर चक्काजाम किया। जो प्रशासन द्वारा दिए गए आश्वासन के बाद दोपहर बाद खुला।
सिंधी समाज में फूटा आक्रोश
इस घटना से बुधवार को सिंधी समाज और मृतक के परिजनों का आक्रोश फूट पड़ा। वे शव को लेकर मौके पर पहुंचे और वहीं पर चक्काजाम कर प्रदर्शन किया। हालांकि इस मामले में पुलिस ने आरोपी बस ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया है।
बच्चों से भरी स्कूल बस नशेड़ी के हाथ
हैरानी की बात तो यह है कि एक मशहूर स्कूल की बस एक नशेड़ी के हाथ में दे रखी थी। जिसमें बच्चे भी बैठे होते हैं। इस हादसे में स्कूल के कई बच्चों की भी जान जा सकती थी। इस हादसे में व्यापारी दीपक चावला की मौत हो गई थी। उनके परिजन बुधवार सुबह माणिकबाग रोड स्थित ब्रिज के नीचे पहुंचे। चूंकि दीपक घर का चिराग था, उसी के कमाने से घर चलता था, ऐसे में उसकी मौत हो जाने से परिजन रोते बिलखते हुए स्कूल प्रशासन, स्कूल बस संचालक और ड्राइवर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
रेस्टोरेंट व्यापारी की मौत
दुर्घटना में रेस्टोरेंट व्यापारी दीपक चावला की मौत हुई है। इस घटना से पूरे इंदौरवासियों में आक्रोश है क्योंकि कई बार चेतावनी देने के बाद भी स्कूल बसों में सुरक्षा को लेकर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इंदौर में कई बार ऐसी घटनाएं हो चुकी है। जिसमें कभी बच्चे तो कभी लोग दुर्घटना का शिकार हुए हैं। इस घटना के खिलाफ सुबह 10 बजे से दोपहर बाद तक चक्काजाम और प्रदर्शन किया गया।
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मृतक के परिजनों की मांग
मृतक के परिजनों ने मांग है कि स्कूल मैनेजमेंट पर केस दर्ज किया जाए, इसी के साथ मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी, 2 करोड़ का मुआवजा और मृतक की दोनों बेटियों के पढ़ाई का खर्च भी दिया जाए। मृतक परिवार को रहने के लिए एक फ्लैट की मांग भी की गई है। इस अवसर पर काफी संख्या में सिंधी समाज के लोग मौजूद थे। जिन्होंने कहा कि हमारी मांगे नहीं मानी जाएगी तो प्रदर्शन लगातार जारी रहेगा। इसके बाद मौके पर प्रशासन की टीम पहुंची और कुछ शर्तों के आधार पर जाम खुलवाया गया।
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