सार
बागेश्वर धाम सरकार के पीठाधीश्वर महंत धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री द्वारा शिरडी साईं बाबा पर विवादित टिप्पणी के बाद बवाल मच गया था। अब उन्होंने इसके लिए माफी मांग ली है। उन्होंने कहा कि मेरा हमेशा संतों और महापुरुषों के प्रति सम्मान है और, रहेगा।
जबलपुर। बागेश्वर धाम सरकार के पीठाधीश्वर महंत धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री द्वारा शिरडी साईं बाबा पर विवादित टिप्पणी के बाद बवाल मच गया था। अब उन्होंने इसके लिए माफी मांग ली है। उन्होंने कहा कि मेरा हमेशा संतों और महापुरुषों के प्रति सम्मान है और, रहेगा। पंडित धीरेंद्र कृष्ण ने कहा कि मैंने कोई एक कहावत बोली, जो हम अपने संदर्भ में बोल रहे थे कि अगर हम छतरी पीछे लगाकर कहें कि हम शंकराचार्य हैं, तो यह कैसे हो सकता है…
...हमारा कोई विरोध नहीं
उन्होंने आगे कहा है कि हमारे शंकराचार्य ने जो कहा हमने वो दोहराया कि साईं बाबा संत फ़क़ीर हो सकते हैं। लोगों की उनमें निजी आस्था है। किसी संत गुरु को अगर कोई व्यक्ति निजी आस्था से भगवान मानता है तो उसकी वह निजी आस्था है, इसमें हमारा कोई विरोध नहीं है। उन्होंने कहा कि किसी के हृदय को हमारे किसी शब्द से ठेस पहुँची तो हमें दिल की गहराइयों से उसका दुख और खेद है।
बयान के बाद साईं भक्त हुए नाराज
आपको बता दें कि महाराष्ट्र समेत पूरे देश में शिरडी साईंबाबा के प्रति करोड़ों लोगों में श्रद्धा है। एक सवाल के जवाब में पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने साईंबाबा को लेकर कथित तौर पर आपत्तिजनक बात कही थी। जिसके बाद खलबली मच गई थी। साईं भक्त उनसे नाराज दिख रहे थे। उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग भी हो रही थी।
साईं बाबा को लेकर की थी ये टिप्पणी
श्रीमद्भागवत कथा के दौरान एक शख्स ने साईंबाबा की वैदिक तरीके से पूजा करने को लेकर सवाल पूछा, तब धीरेंद्र शास्त्री ने कहा था कि साईं बाबा भगवान नहीं हैं। उन्होंने यह भी कहा था कि हमारे शंकराचार्य ने उन्हें देवता का स्थान नहीं दिया...कोई भी संत चाहे गोस्वामी तुलसीदास हों या सूरदास जी, ये संत हैं, महापुरुष हैं...पर भगवान नहीं। साईं बाबा में कई लोगों की आस्था होगी, मैं उनकी भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाना चाहता, पर साईंबाबा संत हो सकते हैं, फकीर हो सकते हैं, पर भगवान नहीं। पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने यह भी कहा था कि गीदड़ की खाल पहनकर कोई शेर नहीं बन सकता। उनके इसी बयान पर बवाल मच गया।