सार

मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रत्याशियों की नकली सूची सोशल मीडिया पर जारी होने से पार्टी नेताओं में हड़कंप मच गया। बाद में सूची के नकली होने की बात पता चली तो पार्टी के कई नेताओं को राहत मिली। 

उज्जैन। चुनावी समर में सोशल मीडिया पर कई तरह के मैसेज और फेन न्यूज वायरल होने से हड़कंप मचा रहता है। मध्यप्रदेश के उज्जैन में नवरात्र के पहले दिन कांग्रेस ने इस बार एमपी चुनाव के लिए पहली सूची जारी कर दी थी जिसमें 144 प्रत्याशियों ने नाम थे। पीसीसी चीफ कमलनाथ ने दो से तीन दिनों में दूसरी सूची भी जारी करने की घोषणा की थी लेकिन सोशल मीडिया पर कांग्रेस की एक नकली सूची ने राजनीति में हड़कंप मचा दिया। वायरल हुई इस नकली सूची ने नौ विधानसभा क्षेत्रों से दावेदारों के नाम भी हैं।

सोशल मीडिया पर ये फेक सूची जारी
मध्य प्रदेश चुनाव से पहले सोशल मीडिया पर वायरल हुईं कांग्रेस सूची में ने पार्टी के कई नेताओं और पदाधिकारियों को हैरत में डाल दिया था। सीईसी की ओर से मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में उज्जैन दक्षिण से विधानसभा क्षेत्र 217 से चेतन यादव, बडनगर विधानसभा क्रमांक 218 से मोहनसिंह पलदूना, रतलाम ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र 219 से लक्ष्मण सिंह डिंडोर, मल्हारगढ़ विधानसभा क्षेत्र 225 अशोक खिंची, बदनावर विधानसभा क्षेत्र 202 से हरिनारायण सिंह, जोरा विधानसभा क्षेत्र 222 से डीपी धाकड़, मनावर विधानसभा क्रमांक 199 से राधेश्याम मुवेल, महू विधानसभा क्रमांक 209 से अंतरसिंह दरबार और रतलाम शहर से विधानसभा क्षेत्र नंबर 220 मयंक जाट को लिस्ट में दावेदार घोषित किया गया है।

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मयंक को भी दावेदारों में किया शामिल
सोशल मीडिया पर जारी इस नकली सूची में कई सारे झोल भी हैं। इस लिस्ट में मयंक जाट को रतलाम शहर से प्रत्याशी घोषित किया गया है जबकि याद रहे है इसी कांग्रेस नेता को हत्या के प्रयास मामले में लोअर कोर्ट ने सजा सुनाई थी। मयंक की ओर से हाईकोर्ट की इंदौर बेंच में इस आदेश के खिलाफ अपील की थी लेकिन उन्हें स्थगन नहीं मिला था। ऐसे में युवा कांग्रेस नेता मयंक जाट के चुनाव लड़ने को लेकर असमंजस बना है।