सार
गरीब कल्याण महाभियान में शामिल होने के लिए राजधानी भोपाल आए केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा- शिवराज सिंह चौहान ने मध्यप्रदेश को बीमारू राज्य की श्रेणी से बाहर निकाला।
भोपाल. गरीब कल्याण महाभियान में शामिल होने के लिए राजधानी भोपाल आए केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। केंद्र की मोदी सरकार द्वारा किए गए विकास का रिपोर्ट कार्ड प्रस्तुत करते हुए शाह ने कमलनाथ और दिग्विजय सिंह से कांग्रेस सरकार के कार्यकाल का हिसाब मांगते हुए कई सवाल किए। अमित शाह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बेहद मेहनती बताते हुए उनके द्वारा मध्य प्रदेश में किया जा रहे कार्यों की तारीफ की।
शाह ने कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में BJP सरकार के 20 साल (2003-2023) के रिपोर्ट कार्ड की 32 पेज की बुकलेट जारी की। अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस नेताओं में हिम्मत है तो आपकी सरकार के 50 साल का रिपोर्ट कार्ड लेकर आइए। अमित शाह ने कहा कि मैं कांग्रेस नेताओं से पूछना चाहता हूं कि आपने मध्य प्रदेश की जनता के साथ कितना न्याय किया? कांग्रेस नेताओं को मध्यप्रदेश की 9 करोड़ जनता के सामने आंकड़े लेकर आना चाहिए। अमित शाह ने कहा कि वर्ष 2004 से 2014 में जब सोनिया - मनमोहन सरकार थी, मध्य प्रदेश को 10 साल में सिर्फ 1 लाख 58 हजार करोड़ रुपए दिए गए। जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 9 साल में 8 लाख 30 हजार करोड़ रुपए मध्य प्रदेश को दे दिया। प्रदेश का विकास न करने को लेकर अमित शाह सबसे ज्यादा दिग्विजय सिंह और कमलनाथ पर हमलावर रहे।
देश में पूर्व में रही कांग्रेस सरकार में हुए घोटाले को गिनाते हुए अमित शाह ने कहा कि बोफोर्स, राफेल डील, कॉमनवेल्थ गेम्स घोटालों सहित दर्जनों घोटाले कांग्रेस सरकार ने किया। कांग्रेस सरकार के रहते हुए मध्यप्रदेश में भी कम घोटाले नहीं हुए।
'बंटाढार और कमल नाथ जवाब दें कि मध्यप्रदेश का काफिला क्यों लुटा?
साल 2003 तक मध्य प्रदेश में कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के मुख्यमंत्री रहने पर शाह ने कटाक्ष किया कि 2003 में श्रीमान बंटाढार की सरकार को हटाकर मध्यप्रदेश की जनता ने ऐतिहासिक निर्णय लिया। श्रीमान बंटाढार और कमलनाथ इन चीजों का जवाब दें कि 2002 में आपने बजट का कुल आकार 23 हजार 100 करोड़ रुपये पर छोड़ा था, हमने इसे 3 लाख 14 हजार करोड़ रुपये पर पहुंचाया है। यह पूरे देश में दूसरे नंबर है। उमा भारती के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी। इसके बाद उमा भारती, बाबूलाल गौर और शिवराज सिंह के नेतृत्व में बीमारू शब्द से मध्य प्रदेश को मुक्ति दिलाई गई। शिवराज सिंह के मुख्यमंत्री रहते हुए प्रदेश में कई क्रांतिकारी परिवर्तन आए और विकास तेजी से हुआ। प्रदेश में लगातार बढ़ाए जा रहे बजट पर बात करते हुए अमित शाह ने कहा कि एससी,एसटी और ओबीसी का बजट बंटाधार जब छोड़कर गए, तब 1 हजार 56 करोड़ था। भाजपा ने इसे 64 हजार 390 करोड़ रुपये तक किया। एमपी की शिक्षा का बजट 2456 करोड़ से 38 हजार करोड़ पर पहुंचाया है। स्वास्थ्य का बजट 580 करोड़ था, आज 16 हजार करोड़ रुपये है। सर्व शिक्षा अभियान का बजट 844 करोड़ से 7 हजार करोड़ रुपये पार कर गया।
अमित शाह ने कहा कि जब 1956 में मध्य प्रदेश का गठन हुआ था, उसके पहले से 1950 से 2003 तक 53 साल में 6-7 साल छोड़कर पूरा समय कांग्रेस की सरकार रही। ऐसे में कांग्रेस को 53 साल का हिसाब देश और मध्य प्रदेश की जनता के सामने रखना चाहिए। 53 साल में कांग्रेस मध्यप्रदेश को सिर्फ बीमारू राज्य का तमगा ही दिला पाई। जबकि भाजपा की सरकार ने महज कुछ सालों में विकास की नए-नए कीर्तिमान रचे हैं।