मध्य प्रदेश में 16 बच्चों की मौत के बाद पुलिस ने आरोपी डॉक्टर प्रवीन सोनी को गिरफ्तार कर लिया है। इनपर बच्चों को जहरीला कफ सिरप देने के आरोप लगे हैं। प्रभावित बच्चों को डॉक्टर के कहने पर कोल्ड्रिफ सिरप पिलाया गया था।

Toxic Cough Syrup: मध्य प्रदेश में 16 बच्चों की मौत के बाद पुलिस ने जहरीले कफ सिरप मामले में डॉक्टर प्रवीन सोनी को गिरफ्तार कर लिया है। प्रवीन सोनी ने इन मौतों से जुड़ी दूषित कफ सिरप लिखी थी। मरने वाले 16 बच्चों में से 14 छिंदवाड़ा और 2 बैतूल के थे।

पुलिस ने शनिवार को डॉ. सोनी और कोल्ड्रिफ सिरप बनाने वाली कंपनी श्रीसन फार्मास्युटिकल्स के संचालकों के खिलाफ FIR दर्ज की। परासिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी अंकित सहलम की शिकायत पर औषधि एवं प्रसाधन सामग्री अधिनियम और भारतीय न्याय संहिता (BNS) की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।

सीएम मोहन यादव ने किया डॉ. प्रवीण सोनी को निलंबित

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देश पर छिंदवाड़ा जिले के परासिया में पोस्टेड शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रवीण सोनी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। उनपर बच्चों के इलाज में लापरवाही बरतने के आरोप लगे हैं।

कोल्ड्रिफ कफ सिरप में मिली 48.6% डायथिलीन ग्लाइकॉल

जांच से पता चला कि डॉ. सोनी ने ज्यादातर प्रभावित बच्चों को कोल्ड्रिफ कफ सिरप दिया था। शुक्रवार को जारी एक लैब रिपोर्ट में पाया गया कि सिरप में 48.6 प्रतिशत डायथिलीन ग्लाइकॉल (डीईजी) था। यह जहरीला रसायन है। इसे निगलने पर किडनी फेल होने और मौत हो सकता है।

सूत्रों के अनुसार, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रधान सचिवों (स्वास्थ्य), स्वास्थ्य सचिवों और औषधि नियंत्रकों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस करेंगे। इसमें कफ सिरप के तर्कसंगत इस्तेमाल पर चर्चा की जाएगी और दवाओं की गुणवत्ता और सुरक्षा तय की जाएगी।

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कोल्ड्रिफ कफ सिरप की बिक्री पर रोक

मध्य प्रदेश सरकार ने शनिवार को कोल्ड्रिफ कफ सिरप की बिक्री और डिस्ट्रीब्यूशन पर बैन लगा दिया था। जांच में इस बात की पुष्टि हुई थी कि छिंदवाड़ा में 16 बच्चों की मौत से जुड़े इसी बैच से लिए गए नमूनों में जहरीला पदार्थ मौजूद है। इनमें से नौ की मौत पहले हुई थी और दो की बाद में।

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