Mandsaur News : मीडिया में अफवाहें फैल रहीं हैं कि मंदसौर में मध्यप्रदेश के CM डॉ. मोहन यादव के साथ बड़ा हादसा हो गया। वह गांधीसागर फॉरेस्ट रिट्रीट के पास हॉट बैलून में सवार हुए और उसमें आग लग गई। लेकिन ऐसा कुछ नहीं है, कलेक्टर ने इसका सच बताया है।
Madhya Pradesh News : मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव शुकवार-शनिवार को मालावा, इंदौर, मदसौर, नीमच झाबुआ और रतलाम के दौरे पर हैं। इसी बीच मीडिया में खबरें चल रही हैं की सीएम यादव क साथ मंदसौर में बड़ा हादसा हो गया। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री मंदसौर में जब हॉट एयर बैलून में बैठे तो बैलून में आग लग गई और सीएम बाल बाल बचे। हालांकि यह सच नहीं है, जिले के कलेक्टर श्रीमती अदिती गर्ग ने बताया कि यह सिर्फ और सिर्फ भ्रामक जानकरी है।
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मंदसौर कलेक्टर ने क्या कहा…
मंदसौर की कलेक्टर अदिती गर्ग ने बयान जारी करते हुए कहा- कुछ माध्यमों में एयर बैलून के संबंध में भ्रामक जानकारी प्रसारित की गई है, इसके संबंध में वास्तविक स्थिति इस प्रकार है। एयर बैलून में सुरक्षा के संबंध में किसी प्रकार की कोई चूक नहीं हुई है। माननीय मुख्यमंत्री जी केवल एयर बैलून को देखने के लिए गए थे। हॉट एयर बैलून, जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है, गर्म हवा का गुब्बारा होता है। इसे उड़ान भरने योग्य बनाए रखने के लिए हवा को गर्म किया जाता है, जिससे गुब्बारा ऊपर उठ सके और तैरता रहे।
इस पूरी प्रक्रिया में सुरक्षा के सभी मानक पूरी तरह से पालन किए गए हैं। नागरिकों से निवेदन है कि वे असत्य और भ्रामक खबरों पर ध्यान न दें।
दरअसल, मुख्यमंत्री ने शुक्रवार शाम को गांधीसागर फॉरेस्ट रिट्रीट फेस्टिवल में पहुंचे थे। इस दौरान सीएम यादव रात में वे रिट्रीट के पास हिंगलाज रिसोर्ट में ही रुके थे। उन्होंने क्रूज पर सवार होकर चंबल डैम के बैक वाटर एरिया घूमा। शनिवार सुबह वे रिट्रीट पहुंचे। यहां बोटिंग का लुत्फ उठाया।
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क्यों फेमस है मंदसौर का गांधी सागर अभयारण्य
मंदसौर जिले में गांधी सागर अभयारण्य है, जिसे देखने के लिए रोजाना हजारों की संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं। यह तेंदुआ, चिंकारा, नीलगाय, सांभर हिरण और कई पक्षी प्रजातियों सहित विभिन्न प्रकार के वन्यजीवों का महत्वपूर्ण निवास स्थान है। इसके अलावा यह अभयारण्य ऐतिहासिक और पुरातात्विक महत्व के स्थानों जैसे हिंगलाजगढ़ किला और भड़काजी रॉक पेंटिंग का भी घर है। बता दें कि यह अभयारण्य मंदसौर और नीमच जिलों में फैला हुआ है, जो राजस्थान की सीमा के पास स्थित है। जिसका कुल क्षेत्रफल लगभग 368.62 वर्ग किमी है।
