सार

इंदौर के पास महू से दिछ को छू जाने वाली खबर आई है। यहां एक बंदर की जब मौत हुई तो गांव के लोगों ने उसका परिवार के सदस्य की तरह अंतिम संस्कार किया। यहां तक की लोगों ने उसके लिए अपना मुंडन भी कराया।

महू. मध्य प्रदेश के इंदौर शहर के पास महू से इंसानियत की शानदार खबर सामने आई है। जहां लोगों ने मृत बंदर की शवयात्रा एकदम इंसानों की तरह निकाली। स्थानीय लोगों ने बंदर का अंतिम संस्कार हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार किया। इतना ही नहीं अपने परिवार के सदस्य की तरह अपना मुंडन भी कराया। आसपास के गांव में इस अनोखे मामले की खूब चर्चा हो रही है।

पूरे गांव का चहेता था यह बंदर

दरअसल, यह अनोखी घटना महू जिले के हरनियाखेड़ी की है। जहां कुछ दिन पहले 21 जुलाई को अचानक एक बंदर की मौत हो गई थी। बताया जाता है कि काफी कम समय में यह बंदर गांव के लोगों के लिए घर के सदस्य हो गया था। बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक उसे प्यार करने थे। इसलिए तो उसकी मृत्यू के बाद उसका अंतिम संस्कार भी इंसान की तरह पूरे धार्मिक रीति-रिवाज के मुताबिक किया गया। गांव के निवासी भारत पटेल ने बताया की कुछ दिन पहले एक वानर मेरे घर की छत पर आकर बैठ गए। मैने उनसे घर के अंदर आने को कहा तो वे अंदर भी आ गए। जिसके बाद दो दिन तक बंदर घर पर ही रहे। लेकिन अचानक उसकी मृत्यू हो गई।

बंदर की अंतिम यात्रा में उमड़ा पूरा गांव

बता दें कि जैसे ही हरनियाखेड़ी गांव के लोगों ने बंदर की मौत की खबर सुनी तो हर किसी की आंखें नम हो गईं। लोगों ने फैसला किया कि बंदर की शव यात्रा इंसान की तरह निकाली जाए। इस अंतिम यात्रा में पूरा गांव उमड़ पड़ा। इतना ही नहीं महिलाएं भी इसमें शामिल हुईं। सभी ने मिलकर पूजा अर्चना कर हनुमान मंदिर पर हनुमान चालीसा का पाठ किया और बैंड-बाजो के साथ जुलूस निकाला गया। बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल हुए और जय श्रीराम के नारे लगाते हुए भी नजर आए। बंदर के अंतिम संस्कार के बाद लोगों ने उसकी अस्थि लेकर ओंकारेश्वर लेकर पहुंचे, जहां विधि-विधान से नदी में उनका विसर्जन किया गया। वहीं अब यह भी चर्चा चल रही है कि बंदर का मृत्यूभोज भी गांव के लोग मिलकर करने वाले हैं।

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