सार

मध्य प्रदेश में इन दिनों बोर्ड यानि दसवीं और बारहवीं के एग्जाम चल रहे हैं। लेकिन इसी बीच अंग्रेजी विषय का एक पेपर लीक हो गया है। सोशल मिडिया पर यह पेपर जमकर वारयल हो रहा है।

भोपाल. देश के अधिकतर स्टेट में दसवीं और बारहवीं यानि बोर्ड की परिक्षाएं शुरू हो चुकी हैं। ऐसे में बोर्ड मंडल के सामने बड़ा चैलेंज होता है कि किसी विषय का पेपर लीक नहीं हो। लेकिन मध्य प्रदेश एमपी शिक्षा बोर्ड की सारी तैयारी धरी की धरी रह गई। क्योंकि पहले हिंदी और अब 12वीं कक्षा का अंग्रेजी विषय का पेपर इंटरनेट मीडिया पर शुक्रवार दरमियानी रात को तेजी से वायरल हुआ है। जिसको लेकर पूरे देश में चर्चा हो रही है।

स्टूडेंट्स में 12वीं का पेपर देखने की मची होड़

दरअसल, शुक्रवार देर रात वाट्सएप टेलीग्राम पर वायरल होने वाला अंग्रेजी विषय का यह पेपर "बी" सेट बताया जा रहा है। यह पेपर शनिवार सुबह 9 बजे होना है। लेकिन जैसे ही स्टूडेंट्स को वायरल पेपर के बारे में जानकारी लगी तो गूगल और नेट पर इस पेपर को देखने की होड़ मच गई।

10 पेज के पेपर लिखे थे 15 प्रश्न

एग्जाम से पहले ही वायरल हुए इस पेपर में प्रश्नों की संख्या (15), जिसके दस पन्ने बताए जा रहे हैं। इसके फ्रंट पेज पर हायर सेंकडरी मुख्य परीक्षा 2023 लिखा हुआ था। बताया जा रहा है कि इस पेपर के बदले नकल माफियाओं ने छात्रों से कुछ पैसे भी वसूले हैं। इस पेपर लीक केस में निजी स्कूलों से लेकर कोचिंग क्लासेस की मिलीभगत बताई जा रही है।

कैसे लीक होता है पेपर, कब और  कहां यह रखा जाता है…सब जानिए

अब दो-दो पेपर लीक होने के बाद माध्यमिक शिक्षा मंडल की गोपनीयता पर सवाल उठने लगे हैं। सवाल यह है कि एग्जाम से पहले सभी पेपर पुलिस की निगरानी में रखे जाते हैं। जिसकी जानकाीर पुलिस और शिक्षा के बड़े अधिकारियों या सीनियर टीचर को होती है। परीक्षा के दो घंटे पहले पेपर केन्द्र पर पहुंचता है। लेकिन एक रात पहले ही यह लीक हो गया। बताया जा रहा है कि 10वीं-12वीं की परीक्षा को हर बार प्रभावित करने वालों में शिक्षा माफियाओं की भूमिका अहम है। जिसमें निजी स्कूल संचालक से लेकर कोचिंग क्लासेस चलाने वाले तक शामिल हैं। यही लोग स्टूडेंट्स से बात करके पेपर लीक करवाने का ठेका लेते हैं। इतना ही नहीं इस खेल में शिक्ष विभाग में उच्च पदों पर बैठे अधिकारियों की भी मिलीभगत होती है।