MP Farmers Movement : मध्यप्रदेश में हजारों की संख्या में किसान नेशनल हाईवे-52 पर आंदोलन कर रहे हैं। इस स्ट्राइक में राज्य के 4 जिले बड़वानी, धार, खरगोन और खंडवा जिले के किसान शामिल हैं। आइए जानते हैं क्या है उनकी मांग?
मध्यप्रदेश में हजारों की संख्या में किसान नेशनल हाईवे-52 पर आंदोलन कर रहे हैं। इस स्ट्राइक में राज्य के 4 जिले बड़वानी, धार, खरगोन और खंडवा जिले के किसान शामिल हैं। जिन्होंने धार के खलघाट में नेशनल हाईवे पर चक्काजाम किया हुआ है। वाहनों की आवाजाही को रोकने के लिए किसान सड़क पर पेड़ रखकर उस पर बैठ गए हैं। वहीं प्रशासन ने माहौल ना बिगड़े इसके लिए मौके पर पुलिस के सैंकड़ों जवान तैनात कर दिए हैं। आइए जानते हैं क्या है उनकी मांग?
कृषि मंत्री से हुई चर्चा बेनतीजा रही
दरअसल, आंदोलन कर रहे इन चार जिलों के किसानों की मांग न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) और कर्जमाफी समेत कई मांगे हैं। किसानों का कहना है कि सरकार जब तक हमारी मांग नहीं मान लेती हम, यहां से नहीं उठेंगे। बताया जा रहा है कि शनिवार को किसान महासंघ के प्रतिनिधियों और कृषि मंत्री एंदल सिंह कंसाना के बीच भोपाल में बातचीत हुई, लेकिन यह चर्चा बेनतीजा रही। यानि कोई हल नहीं निकला।
साथ में खाना बनाने का सामान भी लेकर आए
बता दें कि निमाड़ क्षेत्र के चार जिलों के किसान ट्रैक्टरों से धरना स्थल पर पहुंचे हैं। वह साथ में गरम कपड़े से लेकर आग जलाने के सामान से लेकर खाना बनाने का सामान तक लेकर पहुंचे हैं। कड़ाके की ठंड होने के बावजूद भी वह उठने को तैयार नहीं है। उनको देखकर लगता है कि उनका यह आंदोलन लंबा चलने वाला है। उनके साथ कई और संगठन भी पहुंचने लगे हैं। बताया जा रहा है कि चारों जिलों के अलावा अन्य जिलों से भी बड़ी संख्या में किसानों के आने की संभावना है।
आंदोलन को लेकर किसानों ने क्या कहा?
आदोंलन कर रहे किसानों का कहना है कि हम 5 महीने में मोहन यादव सरकार को कई आवेदन दिए, लेकिन आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई। ना ही इस मामले पर सरकार ने कोई जबाव दिया। अब सरकार जब तक हमारी मांग नहीं मानेगी हम उठेंगे नहीं। बता दें कि दोपहर में जब पुलिस ने किसानों को उठाया तो नहीं उठे। बल्कि उल्टा एक घंटे बाद हाइवे पर बीच में पेड़ रख दिया। जिससे ट्रैफिक जाम हो रहा है। वहीं पुलिस प्रशासन ड्रोन की मदद से किसान आंदोलन पर नजर रख रहा है।


