सार
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि मध्यप्रदेश में टीबी मुक्त अभियान के लिए व्यापक प्रचार प्रसार किया जा रहा है। जिला स्तर पर जरूरी निर्देश भी जारी किए गए हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश को पूरी तरह टीबी मुक्त किया जाएगा। इस दिशा में हम लगातार कार्य कर रहे हैं। विशेष कर सघन बस्तियों और अन्य जगहों पर कार्य किया जा रहा है। मध्यप्रदेश में 2 हजार से अधिक ऐसी ग्राम पंचायत हैं जो पूर्णत: टीबी मुक्त हो चुकी हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि आज उज्जैन जिले की 56 ग्राम पंचायत को भी टीबी मुक्त घोषित किया जा रहा है। मध्यप्रदेश में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मिशन को पूरी तरह से सफल बनाने के लिए वर्ष 2025 तक मध्यप्रदेश को पूर्ण रूप से टीबी मुक्त बनाया जाएगा।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा की अध्यक्षता में शनिवार को 100 दिवसीय तीव्र टीबी उन्मूलन अभियान और टीबी मुक्त भारत बनाने के लिए नई दिल्ली में बैठक हुई। मुख्यमंत्री डॉ. यादव वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में उज्जैन से सम्मिलित हुए। इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में गुजरात, उत्तर प्रदेश, राजस्थान के साथ ही अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री भी शामिल हुए।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश फूड बास्केट बांटने में देश में दूसरे स्थान है। प्रदेश में 3 हजार से अधिक शिविरों का आयोजन किया जा चुका है। साथ ही 122 से अधिक जन जागरूकता रैली भी निकाली गई हैं। यही नहीं 5 हजार से अधिक लोगों ने नि:क्षय मित्र बनने की शपथ ली है। मध्यप्रदेश में व्यापक अभियान चलाया जा रहा है। इसके लिए उद्योग, कारखानों, ईंट भट्टों और सघन बस्तियों में विशेष टीबी जांच अभियान भी चलाया जा रहा है।
जनकल्याण अभियान के साथ चलेगा टीबी उन्मूलन अभियान
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में मुख्यमंत्री जनकल्याण अभियान के साथ ही 40 दिन का विशेष अभियान चलाया जाएगा, जिसमें टीबी परीक्षण और उसके उपचार के संबंध में भी व्यापक जानकारी देकर के साथ निक्षय मित्र बनाए जा रहे हैं। आगामी 26 जनवरी तक चलने वाले जनकल्याण अभियान में टीबी मुक्त बनाने के लिए मध्यप्रदेश में पूरी ताकत के साथ कार्य किया जाएगा।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आहवान पर भारत को वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त बनाना है। इसके लिए सभी राज्य अपने स्तर पर कार्य करें। देश के 347 जिलों में टीबी के मरीज मिल रहे हैं, ऐसे लोगों का व्यापक रूप से परीक्षण करें। उनके उपचार, स्वास्थ्य और पोषण की व्यवस्था के साथ जन-जागरुकता के लिए व्यापक प्रचार-प्रचार किया जाना सुनिश्चित किया जाए।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री नड्डा ने कहा कि रोगियों की टेस्टिंग करें और उनके समुचित उपचार की सुविधा शुरू करें। इसके लिए व्यापक स्तर पर प्रचार अभियान के साथ कार्य-योजना बनाकर कार्य किया जाए। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने भी विचार व्यक्त किए।
वीडियो कांफ्रेंस के महत्वपूर्ण बिंदु और मुख्यमंत्री डॉ. यादव के निर्देश
- मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सभी जिलों में अधिकारियों से टीबी रोग के नियंत्रण के संबंध में चर्चा की और आमजन और जनप्रतिनिधियों की सक्रिय भूमिका सुनिश्चित करने को कहा।
- अधिक से अधिक फूड बास्केट के वितरण एवं जन-भागीदारी के बारे में विचार- विमर्श किया गया। नि:क्षय मित्र बनने के लिए लोगों को प्रोत्साहित किया जाएं।
- सभी प्रमुख व्यक्तियों, सेलिब्रिटीज, औद्योगिक इकाइयों के प्रतिनिधियों और स्वैच्छिक संगठनों की भागीदारी बढ़ाई जाएं।
- आईईसी गतिविधियों और सोशल मीडिया के उपयोग से "टीबी हारेगा-देश जीतेगा" की थीम पर निरंतर कार्य करने पर सहमति हुई।
- मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने वरिष्ठ अधिकारियों एवं सभी जिलों के अधिकारियों को प्रदेश में टीबी उन्मूलन के प्रयास बढ़ाने को कहा और अन्य महत्वपूर्ण निर्देश दिए।