सार
मुरैना में सेना से रिटायर्ड फौजी ने पत्नी को गोली मारकर हत्या कर दी और बेटों पर हमला किया। संघर्ष के बाद उसने आत्महत्या कर ली। पुलिस जांच जारी है। पूरी खबर पढ़ें।
मुरैना। मध्य प्रदेश के शहर मुरैना में रिटायर्ड फौजी का परिवारिक संघर्ष जानलेवा साबित हुआ। मंगलवार तड़के करीब 4 बजे विक्रम नगर में हुई इस घटना ने पूरे क्षेत्र को हिला दिया। 45 वर्षीय देवेंद्र सिंह ने घरेलू विवाद के चलते अपनी 43 वर्षीय पत्नी माधुरी को गोली मार कर हत्या कर दी। इसके बाद उसने अपने दोनों बेटों सौरभ (15) और गौरव (17) को भी पिस्तौल दिखाकर धमकाया, लेकिन बेटों ने उसे धक्का दे दिया और कमरे से बाहर भाग गए। यहां सवाल ये उठता है कि क्या देवेंद्र पूरे परिवार की हत्या कर सुसाइड की प्लानिंग पहले से करके बैठा था, क्योकि भोर में साढ़े तीन बजे पत्नी से अचानक झगड़े की बात समझ नहीं आ रही है। क्या देवेंद्र को परिवार पर कोई शक था अथवा कोई और बात थी। ये सारे सवाल पुलिस जांच के बाद ही स्पष्ट होंगे।
दोनों बेटे पिता को धक्का देकर भाग गए बाहर
घटना के दौरान बेटों ने कमरे का दरवाजा बंद कर दिया और नीचे जाकर अपने मामा को फोन किया। इस बीच देवेंद्र सिंह ने खुद को भी गोली मार ली। मौके पर ही उसकी भी मौत हो गई, जबकि माधुरी को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। पुलिसने दोनों के शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हाउस भेज दिए।
नींद की गोलियां लेते थे देवेंद्र सिंह
बेटों सौरभ और गौरव ने बताया कि उनके पिता नींद की गोलियों का सेवन करते थे और उनकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं चल रही थी। पुलिस ने घटनास्थल से लाइसेंसी पिस्तौल जब्त कर ली है और मामले की जांच कर रही है। फॉरेंसिक टीम ने भी मौके पर पहुंचकर सबूत जुटाए हैं।
सेना से रिटायर्ड होने के बाद करते थे सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी
सेना से 5 साल पहले रिटायर हुए देवेंद्र सिंह वर्तमान में धौलपुर में एक वेयरहाउस पर सुरक्षा गार्ड की नौकरी करते थे। संपन्न परिवार से होने के बावजूद यह वारदात मानसिक तनाव और पारिवारिक विवाद का परिणाम बताई जा रही है। घटना के पीछे के असली कारणों का पता लगाने के लिए पुलिस गहराई से जांच कर रही है।
लाईसेंसी पिस्टल से मारी गोली
पुलिस के मुताबिक देवेंद्र सिंह (45) पुत्र बलबीर सिंह विक्रम नगर में अपनी पत्नी माधुरी (43), दो बेटों- सौरभ (15) और गौरव (17) के साथ रहते थे। मंगलवार तड़के करीब 3.30 बजे देवेंद्र की किसी बात को लेकर पत्नी से हाथापाई हुई। इसके बाद उन्होंने लाइसेंसी पिस्टल से पत्नी को गोली मार दी।
घटना का कारण नहीं हो पाया स्पष्ट
सीएसपी विजय भदौरिया के अनुसार प्रारंभिक जांच में पता चला है कि देवेंद्र, माधुरी और दोनों बच्चों के साथ कमरे में सोए थे। सुबह उन्होंने पिस्टल की नोंक पर बेटों को जगाया। बच्चों ने मां को अचेत देखा तो वो डर गए। उन दोनों ने पिता को धक्का दिया और वहां से भाग गए। इसके बाद एक और गोली चलने की आवाज आई। बच्चे वापस कमरे में गए तो देखा पिता जमीन पर पड़े हैं। पड़ोसी उन्हें पास के अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने ग्वालियर रेफर कर दिया। इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। सिविल लाइन टीआई दर्शन लाल शुक्ला ने बताया की अभी तक घटना की वजह नहीं स्पष्ट हो पाई है। दोनों बेटे भी कुछ खास नहीं बता पा रहे हैं। परिवार भी अनभिज्ञता जता रहा है।
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