सार
इंदौर के विवादास्पद 'अनुभूति विजन सेवा संस्थान' में फरवरी में सामने आए दिव्यांग बच्ची से रेप के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। ADCP इंदौर राजेश व्यास के अनुसार, अनुभूति सेवा संस्थान में एक बच्ची थी, जिसकी मां ने 9 फरवरी को एक रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
इंदौर. इंदौर के विवादास्पद 'अनुभूति विजन सेवा संस्थान' में फरवरी में सामने आए दिव्यांग बच्ची से रेप के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। ADCP इंदौर राजेश व्यास के अनुसार, अनुभूति सेवा संस्थान में एक बच्ची थी, जिसकी मां ने 9 फरवरी को एक रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उनकी बच्ची के साथ कुछ गलत किया गया है। इस कारण उनकी बच्ची गर्भवती हो गई है। इस मामले में आरोपी का DNA मैच हो गया है।
अनुभूति सेवा संस्थान में मिली थी 6 महीने की गर्भवती बच्ची
ADCP इंदौर राजेश व्यास के अनुसार, बच्ची मानसिक रूप से दिव्यांग थी। पुलिस ने 8 लोगों की DNA जांच कराई थी। 13 अप्रैल को रिपोर्ट आई, जिसमें एक व्यक्ति का DNA मैच हो गया। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। उसे 14 अप्रैल को अदालत में पेश करने की बात भी कही।
इंदौर के विजय नगर थाना क्षेत्र के स्कीम नंबर 74 में स्थित अनुभूति विजन सेवा संस्थान में 4 सालों से रह रही 16 साल की मानसिक रूप से दिव्यांग के साथ यह रेप हुआ था। नाबालिग का परिवार आर्थिक रूप से कमजोर है। मां सब्जी का ठेला लगाती है। नाबालिग के दिव्यांग होने से उसे अनुभूति विजन सेवा संस्थान में रखा गया था। लंबे समय बाद जब परिजन बच्ची से मिलने पहुंचे, तब रेप का खुलासा हुआ था। विजय नगर पुलिस ने 376 सहित पॉक्सो की धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी।
शर्मनाक बात यह है किअनुभूति विजन सेवा संस्थान की संचालिका चंचल सलारिया ने इस पूरे मामले से खुद को बचाते हुए कहा था की बच्ची पिछले छह साल से उनकी संस्था में है। बच्ची की उम्र 22-23 साल है।
2021 में भी अनुभूति सेवा संस्थान में रेप हुआ था
इससे पहले भी अनुभूति सेवा संस्थान में रेप का मामला सामने आया था। तब पुलिस की जांच में सामने आया था कि संस्थान में काम करने वाले संदीप ने 2021 में वहां रहने वाली एक नाबालिग बालिका के साथ रेप किया था। चौंकाने वाली बात यह थी कि उसने दबाव डालकर बच्ची का अबार्शन तक करवा दिया था।
विवादों में रहा है इंदौर का अनुभूति सेवा संस्थान
इंदौर का अनुभूति सेवा संस्थान लगातार विवादों में रहा है। यहां एक 10 साल के दिव्यांग बच्चे के साथ मारपीट का मामला भी चर्चा आ चुका है। यह केस भी 12 फरवरी, 2023 को सामने आया था।
शिकायत के अनुसार, सदर बाजार थाना क्षेत्र में रहने वाली महिला ने अपने 10 साल के मानसिक दिव्यांग बेटे को जनवरी 2023 में अनुभूति विजन सेवा संस्थान में दाखिला दिलवाया था। मां कहना था कि वो रोज ही बच्चों की देखभाल करने वाली मेडम चंचल से अपने बेटे का हालचाल लेती थीं। उन्हें यही बताया जाता रहा कि सबकुछ ठीक है। लेकिन 12 फरवरी 2023 को जब वे अपने पति और अन्य परिजनों के साथ बेटे से मिलने पहुंची, तो देखा कि उसके चेहरे, कान पर चोट के निशान थे। चूंकि बच्चा दिव्यांग था, इसलिए वो अपनी तकलीफ शेयर नहीं कर पाया। महिला का आरोप था कि जब उन्होंने इस बारे में संस्थान के स्टाफ से पूछताछ की, तो वे बदतमीजी करने लगे। इसके बाद परिजन विजयनगर थाने में शिकायत दर्ज कराने पहुंचे।
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