सार

सागर जिले के बरोदिया नोनागिरी में दलित युवती की मौत के मामले में दिल्ली तक सियासत गरमा गई है। वहीं मृतक लड़की के परिवार का कहना है कि बेटी की हत्या की गई है। बताया जाता है कि लड़की मरने से पहले एक चिट्टी में 10 लोगों का नाम लिखकर गई है।

 

भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव बुधवार को सागर जिले के बरोदिया नोनागिरी पहुंचे, जहां उन्होंने पीड़ित परिवार से मुलाकात करते हुए निष्पक्ष जांच कराने की बात कही। साथ ही उन्होंने कहा कि भविष्य में इस प्रकार की घटना न हो इसके लिए कड़ा पुलिस प्रबंधन किया जाएगा। उन्होंने सहानुभूति व्यक्त करते हुए कहा कि, इस दुःख की घड़ी में प्रदेश सरकार शोकाकुल परिवार के साथ है। इस मौके पर डॉ यादव अन्य परिवार जनों एवं ग्रामीणों से भी मिले और क्षेत्र में शांति एवं सौहार्द बनाए रखने की बात कही।

जानिए क्या है पूरा मामला...

दरअसल, यह पूरा मामला एक दलित युवती की मौत को लेकर शुरू हुआ है, जिसमें भोपाल से लेकर दिल्ली तक सियासत जारी है। बता दें कि कुछ दिन पहले अंजना आदिवासी नाम की एक लड़की की एंबुलेंस से गिरकर मौत हो गई थी। जिस जिस एंबुलेंस से आ रही थी, उसमें उसके चाचा राजेंद्र अहिरवार का शव था, जिनकी गांव के दबंगों ने हत्या कर दी थी, अंचना एक मात्र इस घटना की गबाह थी। अब पीड़ित परिवार का कहना है कि जिन आरोपियों ने चाचा की हत्या की थी उन्होंने ही लड़की को मार डाला। बताया जाता है कि लड़की मरने से पहले एक चिट्टी में उन 10 लोगों का नाम लिखकर गई है, जिन्होंने उसके चाच की हत्या की है।

दुखद घटना पर कांग्रेस राजनीति न करे

मीडिया से चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि मैं खासतौर से कांग्रेस पार्टी के लोगों से कहना चाहता हूं कि वे इस दुःखद घटना पर राजनीति न करें। राज्य सरकार पीड़ित परिवारों के साथ है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का काम विपक्ष का है उनका काम बोलना है। जो घटना हुई है उसे कोई नकार नहीं सकता। हमें घटना की गंभीरता का अहसास है।

पीड़ित राजेंद्र अहिरवार के परिवार को 8,25,000 की सहायता राशि

डॉ. यादव सर्वप्रथम मृत अंजना अहिरवार के घर पहुंचे और उनके परिवारजनों से मुलाकात कर अपनी शोक संवेदनाएं व्यक्त कीं। इसके बाद उन्होंने अंजना अहिरवार के चाचा मृतक राजेंद्र अहिरवार के परिजनों से मुलाकात की। तत्पश्चात वे श्री पप्पू रजक के घर गए और उनके परिवारजनों से मुलाकात की। श्री पप्पू रजक का भोपाल के अस्पताल में इलाज चल रहा है। राज्य सरकार की और से पीड़ित राजेंद्र अहिरवार के परिवार को 8,25,000 की सहायता राशि स्वीकृत की है।

बरोदिया नोनागिर में स्थापित की जाएगी पुलिस चौकी

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि बरोदिया नोनागिर के प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद दी जाएगी। निष्पक्ष जांच कर दोषियों को बक्शा नहीं जाएगा। सरकार सबके साथ खड़ी है। हम निश्चित रूप से पुलिस की चौकी का इंतजाम करेंगे। पुलिस प्रबंधन ऐसा करेंगे कि दोबारा ऐसी घटना ना हो।