सार

शिवराज सिंह चौहान चुनाव के बाद पहली बार अपने विधानसभा क्षेत्र बुधनी के शाहगंज पहुंचे। इसी दौरान उन्होंने महिलाओं से बात करते हुए यह बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा-'कई बार राजतिलक होते-होते वनवास हो जाता है, लेकिन…

भोपाल. पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान की लोकप्रियता जग जाहिर है। खासकर प्रदेश की महिलाओं के बीच तो वह उनके भैया हैं। अब फिर जब शिवराज अपने विधानसभा के दौरे पर पहुंचे तो लाडली बहनों ने उनको घेर लिया और लिपट-लिपटकर रोने लगीं। पूर्व सीएम भी इस दौरान भावुक हो गए। लेकिन इसी बीच उन्होंने ऐसा कुछ बयान दिया है जो सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बन गया। शिवराज सिंह ने कहा, 'कभी-कभी राजतिलक होते होते वनवास भी हो जाता है'।

राजतिलक होते-होते वनवास हो जाता है...

शिवराज सिंह चौहान ने कहा-'कई बार राजतिलक होते-होते वनवास हो जाता है, लेकिन कही न कही उद्देश्य की पूर्ति तो जरूर होती है' बाद में उन्होंने कहा-'मुख्यमंत्री के पद तो आते जाते रहते हैं। लेकिन मामा और भाई का पद कभी भी कोई भी नहीं छीन सकता है। हालांकि उन्होंने वनवास वाला बयान मजाकिया अंदाज में दिया था। लेकिन अब उनके इस बयान के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं।

जानिए शिवराज सिंह चौहान ने ऐसा क्यों कहा...

दरअसल, शिवराज सिंह चौहान चुनाव के बाद पहली बार मंगलवार को अपने विधानसभा क्षेत्र बुधनी के शाहगंज कस्बे में आयोजित एक कार्यक्रम में पहुंचे थे। इसी दौरान कुछ महिलाएं उनसे मिलकर रोने लगीं तो वह भी भावुक भी हो गए। क्योंकि कार्यक्रम में महिलाएं बार-बार उनसे अपील कर रही थीं कि आप हमें छोड़कर कहीं मत जाइए। तभी शिवराज ने कहा-मैं कहीं नहीं जा रहा हूं, हमेशा तुम लोगों के साथ हूं। इसके बाद मंच से उन्होंने महिलाओं से बात करते हुए यह बड़ा बयान दिया। जिसकी चर्चा अब सियासी गलियारों में हो रही है।

इस वजह से बार-बार भावुक होती हैं शिवराज की बहनें…

बता दें कि यह पहला मामला नहीं है जब शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात के वक्त महिलाएं  रोने लगी हों। चुनाव के बाद प्रदेश जहां कहीं भी शिवराज दौरे पर पहंचे तो ऐसा नजारा देखने को मिला है। वजह है कि उन्हें इस बार मुख्यमंत्री नहीं बनाया गया है। कई जगह तो प्रदेश की महिलाओं ने उन्हें सीएम नहीं बनाए जाने को लेकर विरोध भी किया था।