सार

मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में एक परिवार के घर मातम पसरा हुआ है। क्योंकि उनकी तीन बेटियों की एक साथ दर्दनाक मौत हो गई है। नहाते वक्त एक नदी में डूबने लगी तो उसे बचाने के चक्कर दो अन्य बच्चियों की भी जान चली गई।

शहडोल. मध्य प्रदेश के शहडोल जिले से छुट्टी के दिन यानि रविवार को बेहद दर्दनाक खबर सामने आई है। जहां तीन बहनों की एक साथ एक ही दिन मौत हो गई। पूरे परिवार में मातम पसरा हुआ है। माता-पिता अपनी बेटियों के शव को सीने से चिपका कर चीख रहे हैं। बता दें कि तीनों लड़कियां नदी में नहाने के लिए गई हुई थीं। लेकिन नहाते वक्त एक युवती डूबनी लगी तो दो बहनों की उसे बचाने के चक्कर में जान चली गई।

शहडोल के झापर नदी की है यह दुखद घटना

दरअसल, यह दुखद घटना शहडोल जिले के ब्यौहारी थाना क्षेत्र के सौंता गांव की है। जहां शनिवार दोपहर तीन लड़कियां झापर नदी में नहाने के लिए गई हुई थीं। दो आपस में सगी बहन थी जबकि तीसरी ममेरी बहन थी। मामा की बेटी आरती को बचाने के चक्कर दो लड़कियों की भी जान चली गई। मृतकों में आरती पाल (उम्र-14 साल), पारुल उर्फ शानू (उम्र - 8 साल) और पलक (उम्र- 12 साल) शामिल है, एक बच्ची सीधी की रहने वाली थी, जबकि दो सगी बहने सिलवार की रहने वाली थीं।

किसी को सुनाई नहीं दी तीनों बहनों की आखिरी चीख

मृतक दो बहनें अपने मामा राजू पाल के यहां गर्मी की छुट्टियों में घूमने के लिए आई हुई थीं। दोनों राजूपाल की बेटी के साथ परिवार में बिना किसी को बताए घर से कुछ दूर नदी में नहाने के लिए चली गईं। लेकिन आरती इसी दौरान डूबने लगी तो पारुल और पलक उसे बचाने लगीं। लेकिन देखते ही देखते वह तीनों डूबते चली गईं। हालांकि इस दौरान तीनों बचाओ-बचाओ चीखती रहीं, लेकिन वहां पर कोई मौजूद नहीं था, इसलिए किसी तक उनकी चीख सुनाई नहीं दी। कुछ देर बाद जब ग्रामीणों ने नदी किनारे लड़कियों के कपड़े देखे तब कहीं जाकर इस घटना का पता चला। जब तक परिवार के लोग पहुंचे तब बहुत देर हो चुकी थी।