Al Falah University : मध्य प्रदेश पुलिस ने दिल्ली धमाके से चर्चा में आई अल फलाह यूनिवर्सिटी के चांसलर जवाद अहमद सिद्दीकी के भाई हमूद को हैदराबाद से गिरफ्तार किया है। वह 25 साल से फरार चल रहा था।

Madhya Pradesh News : दिल्ली में लाल किले के पास हुए ब्लास्ट के बाद फरिदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी चर्चा में हैं। यहां तक की यूनिवर्सिटी के चेयरमैन जवाद अहमद सिद्दीकी के खिलाफ भी जांच पड़ताल शुरू हो गई। क्योंकि धमाके का मुख्य आरोपी डॉ. उमर नबी उसके ही विश्वविद्यालय में पढ़ाता था। वहीं मध्य प्रदेश पुलिस ने अहमद सिद्दीकी के भाई हमूद अहमद सिद्दीकी को गिरफ्तार किया है। पुलिस को उसकी 25 साल से तलाश थी, लेकिन अब जाकर वह हत्थे चढ़ा है। बता दें कि धमाके का मुख्य आरोपी डॉ. उमर नबी

हमूद को मध्य प्रदेश पुलिस ने क्यों किया अरेस्ट

बता दें कि हमूद पर धोखाधड़ी के साथ मारपीट सहित कई धाराओं में भी केस दर्ज है। हमूद ने 1995 और 1996 में अल फहद फिनकॉम नाम से इन्वेस्टमेंट कंपनी खोली थी। उस पर आरोप हैं कि उसने चिटफंड कंपनी खोलकर लोगों को उनका पैसा दोगुना करने का झांसा दिया, फिर लोगों से निवेश कराने के नाम पर उनका पैसा अपने खाते में जमा करवा लिया। इसके बाद वह भाग गया, 25 साल पहले पीड़ितों ने उसके खिलाफ मामला दर्ज कराया था। जिसकी पुलिस तलाश कर रही थी, अब जाकर सफलता हाथ लगी है। इस कंपनी मं चांसलर भाई और उसकी पत्नी भी शामिल थीं। मामले की जांच कर रहे महू टीआई गेहलोद का कहना है कि आरोपी पर 30 से 40 लाख रुपए गबन का आरोप में शिकायत दर्ज की गई थी। पुलिस ने उसके रिश्तेदारों से उसके बारे में जानकारी निकाली और उसे अरेस्ट कर लिया।

कौन है हमूद अहमद सिद्दिकी

हमूद अहमद सिद्दीकी मूल रूप से मध्य प्रदेश महू के रहने वाला है। जिसका मकान आज भी महू के मकान कायस्थ मोहल्ले में बना है। हालांकि चार मंजिला यह मकान उसके पिता हम्माद सिद्दीकी के नाम पर हैं, जिनकी मौत हो चुकी है। पिता महू के शहर काजी रह चुके हैं। हमूद अल फलाह यूनिवर्सिटी के चांसलर जवाद अहमद सिद्दीकी का भाई है। वर्तमान में हमूद हैदराबाद में रिचकॉम प्राइवेट लिमिटेड के नाम से शेयर मार्केट में इन्वेस्टमेंट फर्म चला रहा था।