सार
पश्चिम रेलवे ने एक मोबाइल एप्लिकेशन शुरू किया है जो यात्रियों को दक्षिण मुंबई में चर्चगेट स्टेशन और आसपास के पालघर जिले में दहानू के बीच फैले उपनगरीय नेटवर्क पर ट्रेनों की लाइव स्टेटस की जानकारी देगा।
मुंबई. यहां की लोकल ट्रेनों को लाइफ लाइन कहा जाता है। लाखों लोग रोज यात्रा करते हैं। पश्चिम रेलवे ने एक मोबाइल एप्लिकेशन शुरू किया है जो यात्रियों को दक्षिण मुंबई में चर्चगेट स्टेशन और आसपास के पालघर जिले में दहानू के बीच फैले उपनगरीय नेटवर्क(suburban network) पर ट्रेनों की लाइव स्टेटस की जानकारी देगा।
मुंबई के लोगों के लिए अच्छी खबर है ये
जोनल रेलवे के मुताबिक 'यात्री' ऐप में और भी कई खूबियां हैं। पश्चिम रेलवे के चीफ पब्लिक रिलेशन आफिसर सुमित ठाकुर ने एक रिलीज में कहा कि पश्चिम रेलवे के जनरल मैनेजर अशोक कुमार मिश्रा ने 5 अप्रैल को रेलवे अधिकारियों और अन्य गणमान्य लोगों की उपस्थिति में चर्चगेट स्टेशन पर ऐप लॉन्च किया।
पश्चिम रेलवे ने अपनी सभी उपनगरीय ट्रेनों में जीपीएस ट्रैकिंग डिवाइस लगाए हैं, जो ऐप को उनकी रियल टाइम स्टेटस मुहैया कराएगा। ठाकुर ने कहा कि एक निजी फर्म के सहयोग से विकसित इस ऐप से यात्री न केवल मैप पर ट्रेन की लाइव लोकेशन प्राप्त कर सकेंगे, बल्कि उसे चलते हुए भी देख सकेंगे।
सिर्फ तीन सिम्पल स्टेप में यात्री लाइव लोकेशन देख सकते हैं। यात्री सीधे मैप पर निकटतम स्टेशनों को ढूंढ़ सकते हैं, सोर्स स्टेशन टाइप कर सकते हैं और अपनी पसंद की ट्रेन को ट्रैक कर सकते हैं। इससे वे अपनी यात्रा की योजना बनाने के लिए ट्रेन से कितने करीब या दूर हैं, इसका पता लगा सकें। रेलवे ने कहा कि यात्रियों को ट्रेन के लाइव अपडेट, अनाउंसमेंट्स, लेटेस्ट टाइम टेबल, प्रमुख रेलवे स्टेशनों के मैप और उनकी सुविधाओं के बारे में अथॉन्टिक इन्फोर्मेशन मिलेगी। सॉफ्टवेयर मुंबई मेट्रो सर्विस और बसों के बारे में भी जानकारी देता है। इसका एक सेक्शन है, जहां उपयोगकर्ता अपनी प्रतिक्रिया दे सकते हैं।
यात्रियों के पास महत्वपूर्ण रेलवे और मेडिकल इमरजेंसी कॉन्टेक्ट नंबरों तक आसानी से पहुंच होगी और यात्री आस-पास के पर्यटन स्थलों और नजदीकी स्टेशनों पर जाने के लिए ऐप का उपयोग कर सकते हैं।
पश्चिम रेलवे ने कहा कि ऐप दिव्यांगजन के अनुकूल भी है। रेलवे ने कहा कि वॉयस कमांड के जरिए मोबाइल फोन चलाने वाले दिव्यांग यात्री गूगल असिस्टेंट की मदद से आसानी से अपनी ट्रेन की लाइव लोकेशन का पता लगा सकते हैं। मध्य रेलवे ने पिछले जुलाई में ऐप के जरिए अपनी उपनगरीय ट्रेनों की लाइव ट्रैकिंग शुरू की थी।
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