Tragic Morning in Gadchiroli! महाराष्ट्र में एक तेज़ रफ्तार ट्रक ने सुबह की सैर पर निकले 6 नाबालिगों को कुचल दिया, 4 की मौत, 2 गंभीर घायल। ट्रक चालक फरार, जांच जारी। सीएम ने 4-4 लाख मुआवज़ा देने की घोषणा की।

Gadchiroli Truck Accident: महाराष्ट्र के गढ़चिरौली ज़िले में गुरुवार सुबह एक ऐसा दर्दनाक हादसा हुआ जिसने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया। छह नाबालिग लड़के सुबह की सैर पर निकले थे, लेकिन एक तेज़ रफ्तार ट्रक ने सब कुछ तबाह कर दिया। हादसे में चार बच्चों की मौत हो गई और दो गंभीर रूप से घायल हैं। हादसा गढ़चिरौली-पोरला मुख्य मार्ग पर उस समय हुआ जब ट्रक बेकाबू होकर बच्चों को रौंदता हुआ निकल गया। चश्मदीदों का कहना है कि ट्रक अचानक आया और सीधा बच्चों के समूह में घुस गया। ड्राइवर रुका तक नहीं, और गाड़ी समेत घटनास्थल से भाग निकला।

किन मासूमों की ली गई जान? क्या अब भी कोई उम्मीद बाकी है? 

मृतकों की पहचान इस प्रकार हुई है:

  1. तनवीर बालाजी मानकर (16)
  2. टिंकू नामदेव भायेर (14)
  3. दुष्यंत दुर्योधन मेश्राम (15)
  4. तुषार राजू मारवते (14) -ने इलाज के दौरान दम तोड़ा

गंभीर रूप से घायल आदित्य कोहपरे (14) और क्षितिज मेश्राम (13) को नागपुर एयरलिफ्ट किया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। दोनों की हालत चिंताजनक बताई जा रही है।

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गांव में फैला मातम, ग़ुस्से में उबले लोग-क्या मिलेगी इंसाफ़? 

हादसे के बाद कटली गांव में मातम छा गया। ग़ुस्से में ग्रामीणों ने नेशनल हाईवे जाम करने की कोशिश की। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए गढ़चिरौली पुलिस को तत्काल मौके पर बुलाना पड़ा। स्थानीय लोगों ने प्रशासन की लापरवाही और ट्रक ड्राइवर की गैर-जिम्मेदाराना हरकत पर रोष जताया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और फरार ड्राइवर की तलाश तेज़ कर दी गई है।

क्या 4 लाख की सहायता बच्चों की जान का मोल चुका सकती है? 

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस हादसे पर शोक जताया और मृतकों के परिजनों को ₹4 लाख की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की। साथ ही गंभीर रूप से घायलों के इलाज के लिए सरकारी खर्च पर एयर एंबुलेंस से नागपुर भेजे जाने की व्यवस्था की गई। CM ने कहा, "यह एक बेहद दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण हादसा है। राज्य सरकार शोक संतप्त परिवारों के साथ है और घायलों को हरसंभव मदद दी जाएगी।"

अब सवाल ये है-ट्रक ड्राइवर कब पकड़ा जाएगा? 

यह हादसा केवल एक दुर्घटना नहीं, बल्कि प्रशासनिक और यातायात प्रणाली की असफलता का संकेत है। क्या यह ट्रक तेज़ रफ्तार से आते हुए रोकने वाला कोई नहीं था? क्या सुबह की सैर इतनी असुरक्षित हो चुकी है?