सार

महाराष्ट्र में महायुति सरकार का स्वरूप तय हो रहा है। अमित शाह के साथ बैठक में मुख्यमंत्री का नाम तय होगा। बीजेपी, एनसीपी और शिंदे गुट के बीच मंत्रालयों का बँटवारा भी लगभग तय है।

Maharashtra new Government deal: महाराष्ट्र में नई सरकार बनाने का रास्ता साफ हो चुका है। महायुति गठबंधन का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, यह अमित शाह के साथ टॉप लीडरशिप की मीटिंग में तय किया जाएगा। हालांकि, नई कैबिनेट का स्ट्रक्चर करीब-करीब तय माना जा रहा है। मुख्यमंत्री सहित 43 मंत्री इस सरकार में होंगे। इसमें 21 के आसपास मंत्री बीजेपी के होंगे जबकि 9 मंत्री एनसीपी के होंगे। भाजपा, मुख्यमंत्री पद की भरपाई के लिए एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना को तीन बड़े विभागों सहित महाराष्ट्र के 12 कैबिनेट पद दे सकती है। नया मुख्यमंत्री भाजपा से होगा और दो उपमुख्यमंत्री - शिवसेना और एनसीपी से एक-एक - नामित किए जा सकते हैं।

नई सरकार में भी दो डिप्टी सीएम

राज्य में दूसरी बार बनने जा रही महायुति सरकार में एक मुख्यमंत्री के अलावा दो डिप्टी सीएम होंगे। एकनाथ शिंदे के गुट को तीन प्रमुख विभाग मिलने की संभावना है। इस गुट को शहरी विकास, पीडब्ल्यूडी और जल संसाधन विभाग मिलेंगे।

सीएम पद का निर्णय शाह की मीटिंग में...

महायुति में मुख्यमंत्री पद को लेकर बने गतिरोध को पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह खत्म करेंगे। मोदी-शाह के साथ महायुति के टॉप लीडर्स इस पर निर्णय लेंगे। एकनाथ शिंदे भी एक दिन पहले ही मोदी-शाह के निर्णय को मानने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के फैसले का समर्थन करेगी। उन्होंने कहा कि वे बाधा नहीं बनेंगे।

दरअसल, महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए 145 विधायकों को मैजिक नंबर किसी भी दल या गठबंधन को चाहिए। भारतीय जनता पार्टी ने इस बार महायुति गठबंधन में सबसे अधिक 132 सीटों पर जीत हासिल की है। यानी उसे बहुमत के लिए 13 सीटें चाहिए। उसके दो अन्य सहसोगी एकनाथ शिंदे की शिवसेना के पास 57 विधायक तो अजीत पवार की एनसीपी के पास 41 सीटें हैं। माना जा रहा है कि अगर शिंदे मुख्यमंत्री पद के लिए अड़ जाते हैं तो भी बीजेपी उनको मना कर एनसीपी के साथ सरकार बनाने में सक्षम है। लेकिन पार्टी सूत्रों के अनुसार, भाजपा अपने सभी सहयोगी दलों को साथ लेकर ही चलना चाहती है ताकि जनता में गलत संदेश न जाए।

यह भी पढ़ें:

महाराष्ट्र CM की कुर्सी: एकनाथ शिंदे-फडणवीस में खींचतान, किसके सिर सजेगा ताज?