सार

महाराष्ट्र में एक बार फिर राजनीति भूचाल आया हुआ है। चर्चा है कि भतीजे अजित पवार अपने चाचा की पार्टी यानि एनसीपी छोड़कर भाजपा के साथ जा रहे हैं। हालांकि इन सबके बीच अजित पवार का बयान सामने आया है। उन्होंने भाजपा के साथ जाने की खबरों का खंडन किया है।

मुंबई. महाराष्ट्र में सियासी भूचाल आया हुआ है, जल्द ही राजनीति में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। सियासी हलचल के बीच सबे बड़ी खबर सामने आई है कि अजित पवार ने ट्विटर से एनसीपी का झंडा और लोगो हटा लिया है। हालांकि इन सबके बीच अजित पवार का बयान सामने आया है। जहां उन्होंने भाजपा के साथ जाने की खबरों का खंडन किया है।

मैं पूरी तरह से NCP के साथ हूं और रहूंगा

महाराष्ट्र के पूर्व डिप्टी सीएम अजित पवार ने मचे सियासी भूचाल और बीजेपी में शामिल होने की अटकलों के बीच अपनी चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने कहा-मैं एनसीपी में हूं और आगे भी एनसीपी में रहूंगा। जो पार्टी मेरे लिए तय करेगी मैं वही करूंगा। वहीं एनसीपी चीफ शरद पवार ने भी भजीते के भाजपा के साथ जाने की खबरों को सिर्फ अफवाह करार दिया है।

क्या हैं अजित पवार के एनसीपी का झंडा हटाने के मायने

बीजेपी में शामिल होने की अटकलों के बीच एनसीपी नेता अजित पवार ने अपने ट्विटर अकाउंट के वॉलपेपर से पार्टी का झंठा और फोटो हटा तो लिया है। लेकिन अभी तक इस पूरी सियासत भूचाल के बीच कोई बयान सामने नहीं आया है। कयास लगाए जा रहे हैं कि आगे चलकर अजित एनसीपी का झंडा हटाकर क्या बीजेपी का कमल ट्विटर अकाउंट पर लगाने जा रहे हैं।

एनसीपी के ये विधायक हैं अजित पवार गुट के

प्रदेश के सियासी गलियारों में चर्चा है कि शरद पवार की पार्टी के जो विधायक अजित पवार के साथ दे सकते हैं। उनमें छगन भुजबल, धनंजय मुंडे, प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे जैसे दिग्गज नेता शामिल हैं। जबकि महाराष्ट्र में एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल और जितेंद्र अवध बीजेपी के पाले में जाने के पक्ष में नही हैं।