सार
मुंबई के पास बदलापुर से दिल दहला देने वाली तस्वीर सामने आई है। जहां एक निर्माणाधीन इमारत से लोहे का करीब 10 फीट का सरिया नीचे खड़े युवक के आरपार हो गया। लेकिन युवक का हौसला देखने लायक था, वो चीखने की बजाए मोबाइल चलाता रहा।
मुंबई. अगर राह चलते हमें छोटा सा कांटा भी चुभ जाए तो हम दर्द के कारण वहीं ठहर जाते हैं। क्योंकि दर्द तो दर्द होता है, वह छोटा हो या बड़ा हो। लेकिन महाराष्ट्र से जो तस्वीर सामने आई है वह दिल दहला देने वाली है। जहां एक निर्माणाधीन इमारत से लोहे का करीब 10 फीट का सरिया नीचे खड़े युवक के ऊपर आ गिरा। सरिया उसके आर-पार था, जिसने भी यह सीन देखा उसने आंखें बदं कर ली। लेकिन चौंकाने वाली बात यह था कि पीड़ित युवक चीखने-चिल्लाने की बजाए वहीं बैठे-बैठे मोबाइल चलाता रहा। जबकि सरिया उसकी बॉडी के आरपार था।
कंधे में घुसा सरिया और पीठ से होकर आरपार हो गया
दरअसल, यह शॉकिंग घटना मुंबई से 50 किलोमीटर दूर स्थित बदलापुर की बताई जा रही है। जहां ठाणेकर पैलेसियो हाउसिंग प्रोजेक्ट की निर्माणाधीन इमारत के दौरान शनिवार शाम करीब 4 बजे यह हादसा हो गया। जांच के दौरान सामने आया है कि 26 वर्षीय युवक सत्यप्रकाश तिवारी एक दुकान के बाहर सीसीटीवी कैमरे लगा रहा था। इसी दौरान इमारत की आठवीं मंजिल से अचानक से लोहे का सरिया नीचे जा गिरा और युवक के कंधे में घुस गया और पीठ से होकर आरपार हो गया।
युवक का हौंसला देख हैरान थे लोग
इस घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया और मौके पर काम कर रहे कर्मचारियों ने तुरंत युवक को अस्पताल पहुंचाया जहां, डॉक्टर ने ऑपरेशन कर युवक के शरीर में से सरिया निकाल दिया है, लेकिन फिलहाल युवक की हालत गंभीर बनी हुई है। हैरानी की बात यह है कि युवक का हौंसला देखने लायक है। इतना सब होने के बाद भी वो हिम्मत नहीं हारा। जिस वक्त सरिया आरपार हुआ उस दौरान वो मौके पर बैठ मोबाइल चलाता रहा। उसे देखने वाले हैरान थे कि सामने मौत खड़ी है और उसे कोई फर्क नहीं पड़ रहा।
किसी भी थाने में नहीं दर्ज हुआ शॉकिंग मामला
वहीं इस घटना के बाद बदलापुर पूर्वी थाने के सीनियर पुलिस निरीक्षक अनिल पडवल ने बताया कि अभी तक इस केस में किसी भी थाने ने कोई मामला दर्ज नहीं कराया है। पीड़ित युवक के परिवार को घटना के बारे में बता दिया गया है। अगर शिकायत आती है तो आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वहीं पुलिस ने बताया कि ऑपरेशन के बाद पेशेंट की हालत स्थिर है।