वीडियो डेस्क। 1500 बच्चों की मां सिंधुताई, जिनके निधन पर हर कोई आंसू बहा रहा है। कहते हैं महाराष्ट्र में जिसका कोई नहीं उसकी सिंधुताई है। उनके आंचल में हजारों बच्चों को आश्रय मिला है। सिंधुताई का जीवन सिर्फ संघर्ष से भरा रहा। गरीब परिवार में जन्म, 10 साल की उम्र में 30 साल के व्यक्ति से शादी। पति की प्रताड़ना, खुद की मां का दुत्कारना और फिर एक बच्ची का जन्म, श्मशान में रोटी और बिलखते लोगों की आस।