महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में राकांपा के अच्छा प्रदर्शन करने के बाद पार्टी अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि उनकी पार्टी अच्छे नेता तैयार करने पर ध्यान केंद्रित करेगी। राकांपा ने इस चुनाव में 54 सीटों पर जीत दर्ज की और इस मामले में वह कांग्रेस (44) से आगे रही। चुनाव से पहले राकांपा के कुछ प्रमुख नेताओं के पार्टी छोड़ कर जाने के बावजूद पवार नीत पार्टी इतनी संख्या में सीटें हासिल करने में कामयाब रही।
महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों के बाद भाजपा और शिवसेना के बीच मुख्यमंत्री पद के लिए पेंच फंसा है। शिवसेना कह रही है कि चुनाव से पहले 50-50 फॉर्मूले को फॉलो करेंगे। वहीं दूसरी तरफ वर्ली से एक पोस्टर सामने आया है, जिसमें आदित्य ठाकरे को भावी मुख्यमंत्री के रूप में दिखाया गया है।
वीडियो डेस्क। शिवसेना ने बीजेपी को याद दिलाया 50-50 फॉर्मूला उद्धव ठाकरे बोले- हम 50-50 के फॉर्मूले पर पीछे नहीं हटेंगेमहाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे अब हर किसी के सामने हैं। यहां पर एक बार फिर बीजेपी-शिवसेना गठबंधन की सरकार बन रही है। चुनावी नतीजों में बीजेपी के कमजोर होते ही शिवसेना की नजर अब मुख्यमंत्री की कुर्सी पर है।शिवसेना अब बीजेपी को 50-50 का फॉर्मूला याद दिलाने लगी है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि हम 50-50 के फॉर्मूले पर पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा कि हमारा पक्ष साफ है कि इस फॉर्मूले पर अमल किया जाए। इसमें बड़े भाई और छोटे भाई की कोई बात नहीं है। अब समय आ गया है जो बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के साथ तय हुआ था, उसको लागू किया जाए। आखिर 50-50 का फार्मूला क्या है और क्या ये सफल हुआ है। बता रहें है वरिष्ठ राजनीतिक विश्लेषक शिव अनुराग पटेरिया।
1989 से 1991 तक दोबारा मुख्यमंत्री रहे पवार का नाम राजीव गांधी की हत्या के बाद बनी कांग्रेसी सरकार के प्रधानमंत्री पद के लिए चला तो, लेकिन बाजी हाथ रही दक्षिण के ब्राह्मण कुल में जन्मे पीवी नरसिम्हा राव के। यहां भी पवार समर्थकों के भीतर एक सहानुभूति लहर चली। उन दिनों केंद्र की राजनीति में बुला लिए गए पवार को फिर से 1993 में राज्य का मुखिया बनाया गया।
राज्य में दलित समाज कांग्रेस का वोट बैंक रहे हैं। महाराष्ट्र चुनाव आयोग के विधानसभा डाटा को देखें तो पता चलता है कि जिन 25 सीटों पर कांग्रेस एनसीपी के उम्मीदवार बीजेपी शिवसेना के उम्मीदवारों से पीछे रह गए, वहां हार जीत का अंतर वीबीए को मिले वोटों से बहुत कम था।
महिला ने अपने ही आठ वर्षीय बेटे को गला दबाकर उस समय मारा जब मासूम गहरी नींद में सो रहा था। आरोपी ने बेटे को मारने के बाद अपनी बहन को फोन कर बोली-मैंने आरव को मार डाला। मैं क्या करती पती की वजह से बहुत ज्यादा तनाव में थी।
रितेश ने पिता विलासराव को याद करते हुए लिखा, "हमने कर दिखाया पापा! अमित देशमुख ने लातूर शहर सीट लगातार तीसरी बार 42 हजार से ज्यादा मतों से जीत हासिल की और धीरज देशमुख ने लातूर ग्रामीण सीट से 1.2 लाख मतों से जीत दर्ज की। लातूर की जनता का इस भरोसे के लिए धन्यवाद।"
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे लगभग आ चुके हैं, जिसमें भाजपा 105, कांग्रेस 44, एनसीपी 54 और शिवसेना 56 सीटों पर आगे है। 2019 के चुनाव परिणामों की तुलना 2014 से करें तो भाजपा को 122, कांग्रेस को 42, एनसीपी को 41 और शिवसेना को 63 सीट मिली थी।
आदित्य से जुड़ी कुछ अनसुनी बातें हम बताने जा रहे हैं। शिवसेना वारिस आदित्य सिर्फ राजनेता ही नहीं कवि और गीतकार भी हैं। वह करोड़ों की संपत्ति के मालिक हैं।
साफ सुथरी छवि वाले कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण 16000 से अधिक मतों से विजयी हुए हैं। इन्होंने कराड साउथ से सुरेश भोंसले को हराया है।