सार

पुणे में एक पुलिसकर्मी ने गेमिंग ऐप में डेढ़ करोड़ रुपये जीते हैं। वह इससे काफी खुश था लेकिन अब पुलिस विभाग ने उस पर जांच बैठा दी है। सवाल है कि इस नौकरी के साथ क्या वह इस गेमिंग ऐप में भाग ले सकता है। फिलाहल जांच के बाद उचित कार्रवाई होगी।

पुणे। महाराष्ट्र के पुणे में एक पुलिसकर्मी की लॉटरी लग गई। जी हां, एक ऑनलाइन गेंमिंग ऐम में इस पुलिसकर्मी ने डेढ़ करोड़ रुपये जीते हैं। पुलिस कर्मी के रुपये जीतने की खबर फैली तो अब डिपार्टमेंट की ओर से ही उनसे पूछताछ की जा रही है। यह भी उठ रहा है कि इस तरह के गेमिंग ऐप में शामिल होने सही है या नहीं। फिलहाल पुलिस कर्मी से पूछताछ चल रही है।

सब इंस्पेक्टर ने गेमिंग ऐप पर जीते 1.5 करोड़ रुपये
मोबाइल और इंटरनेट पर इन दिनों कई तरह के गेमिंग ऐप उपलब्ध हैं। इसमें कई उपहार और पैसे जीतने के मौके भी मिलते हैं। ऐसे ही एक गेमिंग ऐप में भाग लेकर पिंपरी चिंचवड़ पुलिस कमिश्नरेट के सब इंस्पेक्टर सोमनाथ जेंडे ने 1.5 करोड़ रुपये जीत लिए हैं। उन्होंने लोकप्रिय ऑनलाइन फैंटेसी गेमिंग प्लेटफॉर्म ड्रीम 11 पर ₹1.5 करोड़ जीते हैं। सोमनाथ जेंडे को उनके खाते में पैसे मिलने भी शुरू हो गए थे, उनकी ये खुशी कुछ ही देर टिक सकी।

धनराशि जीतने के बाद जांच में फंसे सब इंस्पेक्टर
सब इंसपेक्टर जेंडे को अब इस मामले में पूछताछ का सामना करना पड़ रहा है। मुख्य सवाल यह पूछा जा रहा है कि क्या पुलिस सेवा में सक्रिय रहते हुए उन्होंने इस खेल में भाग लिया था? जेंडे ने बताया कि ₹1.5 करोड़ के मुनाफे पर मुझे लगा कि मुझे कोई पैसा नहीं मिलेगा लेकिन कल ₹2 लाख के लेनदेन पर उन्होंने इसमें से ₹60,000 काट लिए। बाद में उनके खाते में एक लाख चालीस हजार रुपये आए।

पुलिसकर्मी का कहना है कि वह इस पैसे का उपयोग अपने घर पर ऋण चुकाने के लिए करेगा। वह शेष आधे हिस्से को इनवेस्ट करेगा। इससे मिलने वाले ब्याज को बच्चों की शिक्षा में लगाएगा।

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जांच के बाद होगी उचित कार्रवाई
पिंपरी चिंचवड़ के एसपी सतीश माने का कहना है कि पुलिस विभाग में काम करते हुए क्या कोई ऐसे ऑनलाइन गेम में भाग ले सकता है? क्या यह नियमों का पालन करता है? क्या यह गेम कानूनी है? क्या इस तरह से मिले पैसों के बारे में कोई मीडिया में बात कर सकता है? ऐसे तमाम सवाल उठ रहे हैं और अब इन सब की जांच की जाएगी। डीसीपी स्वप्ना गोरे इसकी जांच की जिम्मेदारी दे दी गई है। रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।

भारत का पहला गेमिंग स्टार्टअप
ड्रीम 11 ऐप जो विभिन्न खेलों के लिए एक फैंटेसी गेमिंग प्लेटफॉर्म प्रदान करता है। ये भारत का पहला गेमिंग स्टार्टअप है जिसकी कीमत 1 बिलियन डॉलर (लगभग ₹ 7,535 करोड़) से अधिक है। फैंटेसी गेमिंग और जुए की समानता के कारण इसे पहले भी कानूनी चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। वहीं कंपनी का दावा है कि यह सट्टेबाजी नहीं है बल्कि कौशल के साथ खेलने वाला खेल है। इस कंपनी की स्थापना 2008 में हुई थी।