सार

लोनावाला भुशी बांध के समीप निकल रहे झरने का बहाव तेज होने से बड़ा हादसा हो गया है। देखते ही देखते एक ही परिवार के पांच लोग पानी में डूब गए। इस हादसे से सबक लेना चाहिए। अगर आप भी बारिश में कहीं घूमने जा रहे हैं। तो कुछ बातों का विशेष ध्यान रखें।

पुणे. महाराष्ट्र के पुणे में स्थित लोनावाला के भुशी बांध के समीप पिकनिक मनाने आए एक परिवार के पांच लोग अचानक झरने में पानी का बहाव तेज हो जाने के कारण बह गए। चाह कर भी घर वाले उन्हें बचा नहीं सके। इस हादसे में एक महिला और चार बच्चों के साथ करीब पांच लोग पानी में डूब गए। इस हादसे का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।

दिल दहला देने वाली घटना

इस घटना का वीडियो जिसने भी देखा उनका दिल दहल गया। क्योंकि जो परिवार बारिश के मौसम में सैर सपाटा करने और मौज मस्ती करने आया था। थोड़ी सी लापरवाही की वजह से उस परिवार के पांच लोग पानी में डूब गए। ऐसा हादसा दोबारा नहीं हो, इसके लिए हम आपको कुछ टिप्स बताने जा रहे हैं।

बाारिश में रखें इन बातों का ध्यान

चूंकि बारिश के मौसम में प्रकृति अपने पूरे यौवन पर होती है। चारों तरफ ​हरियाली, पहाड़ और झरने बहते हुए लोगों को अपनी और आकर्षित करते हैं। ऐसे में डेम से लेकर झरनों तक छु​ट्टी वाले दिनों में भारी भीड़ देखने को मिलती है। लोग पिकनिक करने और मौसम का आनंद लेने के लिए जाते हैं। लेकिन कई बार छोटी सी लापरवाही में बड़ा हादसा हो जाता है। इस कारण आप भी कहीं बाहर जा रहे हैं। तो नीचे दी गई सावधानियां जरूर बरतें।

  • घर से बाहर निकलने से पहले मौसम की स्थिति देख लें, अगर मौसम हवा आंधी या बारिश का हो रहा है। तो रूक जाएं, बाद में भी आप घूमने फिरने जा सकते हैं। 
  • बारिश के मौसम में आप डेम के किनारे जा रहे हैं। तो डेम में नहाने जाने से बचें, डेम के अधिक नजदीक भी नहीं जाएं। क्योंकि कई बार अचानक पानी की आवक बढ़ जाने से दुर्घटना हो सकती है। इसलिये बारिश के मौसम में डेम का नजारा दूर से ही देखना चाहिये।
  • अगर आप किसी पहाड़ या झरने पर जा रहे हैं। तो इस बात का ध्यान रखें कि वहां ​पानी के लगातार बहाव के कारण कजी या फिसलन तो नहीं हो रही है। अन्यथा आपका पैर फिसलने से आप गिर सकते हैं। चूंकि पहाड़ पर पत्थर ही पत्थर होते हैं। ऐसे में सिर में चोट लगने का भी डर रहता है।
  • आप अगर किसी झरने के पास हैं। तो आप उसके बीच में नहीं जाएं। किनारे पर ही रहें, ताकि अचानक पानी का बहाव तेज भी हो गया तो आप तुरंत दूर हट सकते हैं। लेकिन अगर आप बीच झरने में होंगे तो आपको बाहर निकलने में दिक्कत हो सकती है। जैसा की लोनावाला में हुआ है।
  • यदि आप बारिश के मौसम में नदी या तालाब में नहाने जा रहे हैं। तो किनारे पर ही नहा लें, अगर आप तैराकी कर बीच नदी या तालाब में जाने की कोशिश करते हैं। तो उससे बचें, क्योंकि अगर आप बीच नदी में पहुंच गए और अचानक नदी में डेम का पानी आ जाए तो आपके साथ हादसा हो सकता है।
  • कई जगह पर चेतावनी लिखी होती है कि ये स्थान खतरनाक है। पुलिया पर पानी होने पर वाहन लेकर नहीं उतरे, इस टाइप की अगर कोई चेतावनी कहीं लिखी है तो आप उसका पूरा ध्यान रखें, ताकि कोई हादसा नहीं हो।
  • बारिश के मौसम में अचानक नदी, तालाब और डेम के पानी में बढ़ोतरी होती है। कई बार डेम के गेट खोलने पर अचानक कई नदियों में बाढ़ भी आ जाती है। इसलिये बारिश के मौसम में आप नदी और तालाब और अन्य जलाशयों के नजदीक जाएं तो पूरी सावधानी बरतें, ताकि किसी प्रकार का हादसा नहीं हो।
  • इसके बावजूद भी अगर आप कहीं फंस जाते हैं तो तुरंत आसपास खड़े लोगों से मदद मांग सकते हैं। हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करें।
  • नदी, पहाड़, तालाब आदि स्थानों पर बारिश में जाएं तो मौसम के अनुसार ही जूते पहनें, क्योंकि पहाड़ी स्थानों पर साधारण चप्पल टूट जाती है। ऐसे में आपको परेशानी हो सकती है।
  • आप अपनी गाड़ी में भी प्राथमिक उपचार की किट रखें, ताकि छोटी मोटी चोट लगने पर तुरंत मरहम पट्टी कर सकें।

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  • अगर आप किसी की मदद करना चाहते हैं। तो अच्छी बात है। लेकिन इस बात का ध्यान भी रखें कि आप खुद भी मुसीबत में नहीं फंस जाएं, कई बार ऐसा होता है कि आप किसी की मदद के लिए नदी, तालाब या अन्य स्थान पर उतर तो जाते हैं। लेकिन आप खुद अगर प्रशिक्षित नहीं है तो आपकी भी जान को खतरा हो सकता है। इससे अच्छा है कि आप ऐसे व्यक्ति को बोलें जो वास्तव में किसी की मदद कर सकता है।

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