दिल दहलाने वाली यह घटना महाराष्ट्र के भंडारा जिले की है। यह घटना एक IFS अधिकारी ने सोशल मीडिया पर शेयर की है।
हरियाणा में एक कलयुगी बाप अपनी 13 वर्षीय बेटी के साथ पिछले पांच सालों से रेप करता आ रहा था। जब बच्ची किसी को बताने का बोलती तो उसको जान से मारने की धमकी देता था।
जरा-सी लापरवाही भी किसी की मौत का कारण बन सकती है। यह दर्दनाक हादसा इसी का उदाहरण है। घटना से सबक लें और ऐसी गलती कभी न करें।
नोएडा के बहुचर्चित गौरव चंदेल मर्डर केस में पुलिस ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। करीब 20 दिन बाद पुलिस ने आरोपी को हापुड़ के धौलाना से गिरफ्तार किया। उसके पास से पिस्टल बरामद हुई है।
एसपी क्राइम ने कहा कि सेवानिवृत्त दरोगा ने बैंक खाते में 37 लाख रुपये गलती से आने की शिकायत की है। मामले की जांच के लिए बैंक शाखा प्रबंधक और वरिष्ठ लिपिक को निर्देश दिए हैं। चंद्रापल को उनकी ईमानदारी के लिए पुलिस पेंशनर्स में सम्मानित भी किया जाएगा।
पंजाब. बेटियां घरों को रोशन करने वाली एक ज्योती होती हैं। उनके होने से घर में खुशियों की किलकारी हमेशा गूंजती रहती है। पर आज भी समाज में बेटियों को बोझ माना जाता है। इसकी वजह रूढ़िवादी सोच है। पर पंजाब के मोगा गांव की रहने वाली एक बेटी ने पिता का नाम रोशन कर गांव वालों को सोच को ही बदल डाला। उसके संघर्ष की कहानी आज भी लोगों की जुबान पर है। ये कहानी है एक आईएएस अधिकारी लड़की की जिसने पिता के कैंसर होने पर दर्द को अपने अंदर समेटकर एग्जाम पास किया।
इस घटना का खुलासा तब हुआ जब बच्ची के साथ खेल रहा पड़ोस का बच्चा उसके परिजनों को सूचना देने पहुंचा। बच्चे ने बताया कि एक अज्ञात युवक मासूम को कहीं ले गया है, जिसकी सूचना पाकर मासूम के परिजन घटनास्थल पर पहुंचे।
पुलिस को जानकारी दी कि वह अल्पसंख्यक समुदाय से है। उसका पति किसी मामले में जेल में है। बेटी की शादी को लेकर वह परेशान थी। इसे लेकर वह पिछले साल कैंटोमेंट स्थित एक बाबा के मजार पर पहुंची। वहां दशाश्वमेध की एक महिला महिमा से मुलाकात हुई तो उसने बेटी की शादी कराने का भरोसा दिया था।
महज एक रूपये में गरीब मरीजों का इलाज करने को लेकर पश्चिम बंगाल के बोलपुर के बाशिंदों के बीच ‘एक टकार डॉक्टर’ के रूप में चर्चित डॉ सुशोवन बनर्जी ने उन्हें पद्मश्री पुरस्कार के लिए चुने जाने पर शनिवार को इसका श्रेय उन लोगों को दिया ‘जिनके लिए उन्होंने अपना जीवन समर्पित कर दिया।
भोपाल. गैस त्रासदी पीड़ितों की आवाज कहे जाने वाले अब्दुल जब्बार खान को सरकार ने पद्मश्री देने की घोषणा की तो उनकी पत्नी सायरा बानो की आखों में आंसू थे। सालों का दर्द थोड़ी खुशी और थोड़े अफसोस के रूप में बाहर आ रहा था। जब उनसे इस बात को लेकर पूछा गया तो उन्होंने रोते हुए कहा कि अगर वो होते तो साथ में जाकर पुरस्कार लेते। अब्दुल जब्बार खुद गैस से पीड़ित थे और उन्होंने अपने परिवार के कई सदस्यों को इस हादसे में गंवा दिया था।