मंदिर निर्माण के लिए पत्थर तराशने का कार्य 65 फीसद हो चुका है। पत्थरों को यहां लाने से पहले न्यास कार्यशाला में उन्हें रखने के लिए जगह बनानी है, क्योंकि कार्यशाला में पहले से तराशे गए पत्थरों की भरी-पूरी श्रृंखला मौजूद है। न्यास कार्यशाला की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।