Ravi River Barrage Rescue Operation: क्या आपने देखा वो क्षण जब Mi-17 हेलीकॉप्टर मौत के साए में सिर्फ एक पहिये पर मंडराया? रावी नदी के टूटे बैराज से एनडीआरएफ कर्मियों को बचाने वाला भारतीय वायुसेना का यह डेयरडेविल मिशन रहस्य और साहस का प्रतीक बन गया।

Indian Air Force Daring Rescue: भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) ने एक बार फिर साबित कर दिया कि उसकी ताकत और हिम्मत की कोई सीमा नहीं। 30 अगस्त 2025 को पंजाब के माधोपुर (Madhopur) के पास रावी नदी (Ravi River) के टूटे बैराज पर फंसे राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) के जवानों को बचाने के लिए एक Mi-17 1V हेलीकॉप्टर को डेयरडेविल मिशन पर भेजा गया। खतरनाक ढलानों और मुश्किल भूभाग के बीच यह रेस्क्यू ऑपरेशन भारतीय सैन्य इतिहास का ऐसा पन्ना बन गया है जिसे बार-बार याद किया जाएगा।

क्या आपने कभी सुना है हेलीकॉप्टर का सिर्फ "एक पहिये पर" मंडराना?

इस मिशन का सबसे रोमांचक पल तब आया जब हेलीकॉप्टर को खड़ी ढलानों के कारण पूरी तरह लैंड नहीं कराया जा सका। भारतीय वायुसेना के पायलट ने साहस का परिचय देते हुए केवल एक पहिये पर हेलीकॉप्टर को मंडराते हुए जवानों को सुरक्षित निकाला। ऑपरेशन के दौरान गरुड़ कमांडो (Garud Commando) को भी इलाके में तैनात किया गया, जिसने ऑपरेशन की सुरक्षा और सफलता सुनिश्चित की।

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क्यों इतना चुनौतीपूर्ण था यह मिशन?

रावी नदी का टूट चुका बैराज और तेज बहाव वाला पानी इस रेस्क्यू को बेहद जोखिम भरा बना रहा था। Mi-17 हेलीकॉप्टर को चलाने वाले दल ने अपनी ट्रेनिंग और कौशल का प्रदर्शन करते हुए मिशन को अंजाम दिया। वायुसेना की यह कार्रवाई केवल तकनीकी महारत नहीं बल्कि साहस और सटीकता (Precision) का भी अद्भुत उदाहरण है।

सोशल मीडिया पर वायरल हुआ मिशन का वीडियो

भारतीय वायुसेना (IAF) ने इस मिशन का वीडियो X (पूर्व में ट्विटर) पर शेयर करते हुए इसे साहस का प्रतीक बताया। “डेयरडेविल ऑपरेशन (Daredevil Operation)” के नाम से मशहूर इस रेस्क्यू को देशभर में सराहा जा रहा है। वीडियो में दिखाया गया है कि कैसे पायलट हेलीकॉप्टर को हवा में स्थिर रखकर जवानों को बचा रहे थे।

क्यों जरूरी है इस तरह के मिशन की चर्चा?

यह मिशन केवल एक रेस्क्यू नहीं बल्कि भारतीय सेना के साहस, तकनीक और समर्पण का जीवंत प्रमाण है। रावी नदी के इस अभियान ने साफ कर दिया कि चाहे हालात कितने भी मुश्किल हों, भारतीय वायुसेना अपने जवानों और देशवासियों की सुरक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकती है।