मनोज ठाकुर, अमृतसर। पंजाब में विधानसभा के लिए सत्ताधारी कांग्रेस ने भी मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित कर दिया। इस रेस में फाइनल मुकाबला सिटिंग सीएम चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) और प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) के बीच था। आखिरी में ये बाजी दलित चेहरा चन्नी ने जीती। कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने रविवार को लुधियाना की वर्चुअल रैली में चन्नी के नाम की घोषणा की। राहुल ने कहा कि पंजाब के लोग गरीब का बेटा सीएम चाहते हैं। जो गरीबी जानता हो, गरीब की भूख को जानता हो। सिद्धू ने भी मंच से चन्नी के साथ देने की हामी भरी। ऐसे में अब सवाल उठा रहा है कि सीएम फेस की इस लड़ाई में सिद्धू कैसे पीछे रह गए, क्या वो कारण हैं, जो सिद्धू की छवि को चन्नी से बेहतर साबित नहीं कर पाए। सिद्धू अमृतसर ईस्ट से चुनाव लड़ रहे हैं। उनके सामने अकाली दल के नेता बिक्रमजीत सिंह मजीठिया हैं। इस वक्त सिद्धू पार्टी और अपनी सीट पर सबसे ज्यादा दिक्कत में हैं। सिद्धू के हालात यह क्यों बने? इसे लेकर विशेषज्ञों से बातचीत की। आइए जानते हैं ऐसे ही 8 बड़े कारण...