सार

कोटा में एक और छात्र ने आत्महत्या कर ली। एमपी के गुना से आए अभिषेक ने विज्ञान नगर स्थित अपने पीजी में फांसी लगा ली। यह 24 घंटे में दूसरा मामला है, प्रशासन के प्रयासों के बावजूद खुदकुशी रुक नहीं रही।

कोटा (राजस्थान). कोटा में साल की शुरुआत में ही दो मौतें हो गई हैं। माहौल सुधारने के लिए कलक्टर, एसपी, कोचिंग संचालक, पीजी संचालक से लेकर सब प्रयास कर रहे हैं, लेकिन उसके बाद भी बच्चे प्रेशर को हैंडल नहीं कर पा रहे हैं। कोटा में चौबीस घंटे में सुसाइड का दूसरा केस सामने आया है। अब एमपी के अभिषेक ने जान दे दी है। वह नौ महीने से कोटा के विज्ञान नगर इलाके मेंं डकनिया रेलवे स्टेशन के नजदीक एक पीजी में रह रहा था। कल रात को वह फंदे से लटका मिला। यह फंदा पंखे से बंधा हुआ था।

जेईई एडवांस करने वाला अभिषेक एमपी के गुना का रहने वाला था

विज्ञान नगर पुलिस ने बताया कि जेईई एडवांस की तैयारी करने वाला अभिषेक एमपी के गुना का रहने वाला था। वह पढ़ाई में सही था, उसके बाद भी उसने सुसाइड क्यों किया, इस बारे में पड़ताल कर रहे हैं। आज उसके शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा और शव परिजनों के हवाले किया जाएगा। परिजन कोटा पहुंच चुके हैं। जिस रूम में अभिषेक रह रहा था उसे सील कर दिया गया है। वहां से फिलहाल सुसाइड नोट नहीं मिला है। पुलिस फिर से जांच करने की तैयारी में है।

कलेक्टर से एसपी तक नहीं सुलझा पा रहे यह केस

उल्लेखनीय है कि अभिषेक से पहले हरियाणा के रहने वाले 19 साल के नीरज ने सुसाइड कर लिया था। वह जवाहर नगर स्थित एक हॉस्टल में रह रहा था और कुछ समय पहले ही हरियाणा से तैयारी करने के लिए कोटा आया था। लेकिन कोटा दो रास नहीं आया और उसने जान दे दी। दोनों केसेज की जांच की जा रही है। पढ़ाई का प्रेशर कम करने के लिए कलक्टर से लेकर पीजी संचालक तक सब प्रयास कर रहे हैं, कोटा की खराब छवि को सही करने के लिए तमाम कोशिशें की जा रही हैं, लेकिन उसके बाद भी मौतें थमने का नाम नहीं ले रही हैं।

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