सार
फिल्म 'द केरल स्टोरी' जैसे ही रिलीज हुई थी तो कुछ लोगो ने इसको बैन करते हुए हंगामा किया था। अब इसी की तरह एक ऐसी ही फिल्म 'अजमेर 92' रिलीज होने जा रही है। जिसको लेकर मुस्लिम समाज के लोगों ने फिल्म को रिलीज होने से पहले दिखाने की मांग भी की है।
अजमेर, राजस्थान में ख्वाजा नगरी अजमेर में तीन दशक पुराने अश्लील फोटो कांड का मामला एक बार फिर गरमा चुका है। दरअसल इस कांड पर अजमेर 92 नाम से एक फिल्म बन रही है। जो 14 जुलाई को रिलीज होने वाली है। इस फिल्म के रिलीज होने के साथ ही अब राजस्थान में गहमागहमी का माहौल शुरु हो चुका है। मुस्लिम समाज के लोगों ने फिल्म को रिलीज होने से पहले कुछ चुनिंदा समाज के लोगों को दिखाने की मांग भी की है।
अजमेर में 100 लड़कियों के साथ किया था रेप
आपको बता दें कि प्रोड्यूसर उमेश कुमार तिवारी के द्वारा बनाई जा रही इस फिल्म में अजमेर में तीन दशक पुराने अश्लील फोटो कांड की स्टोरी का जिक्र किया जाएगा। जिसमें एक नामी कॉलेज की एक छात्रा को अजमेर के ही स्थानीय युवा नेताओं और उनके साथियों ने अपने जाल में फंसाया और फिर उसके साथ रेप कर उसके अश्लील फोटो बना ली । जिन्हें वायरल करने के नाम पर करीब 100 लड़कियों को और अपना शिकार बनाया और उनके साथ रेप की घटना की। इसी दौरान लड़कियों के फोटो अजमेर में वायरल हो गए। हालांकि मामले में एक दर्जन से ज्यादा गिरफ्तारी भी हो चुकी है। लेकिन अभी तक इस मामले में कोर्ट का कोई फैसला नहीं आया है।
खौफ में कई लड़कियों ने कर लिया था सुसाइड
गौरतलब है कि तीन दशक पहले जब यह कांड हुआ तो उस दौरान कई छात्राओं ने तो बदनामी के डर से सुसाइड तक पढ़ लिया था। इसके बाद कई लड़कियां न्याय की लड़ाई लड़ने के लिए आई। लेकिन उनमें से केवल दो ही अब लड़ाई लड़ रही है। जिनकी उम्र भी अब 50 के करीब हो चुकी है।
अजमेर की दरगाह के पदाधिकारियों ने दी कड़ी चेतावनी
इस मामले में अजमेर की दरगाह के पदाधिकारियों का कहना है कि यदि इस फिल्म में अजमेर शरीफ दरगाह या ख्वाजा चिश्ती का कोई ज़िक्र किया जाता है तो इसे किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा प्रदेश ही नहीं बल्कि देशभर में इसका विरोध किया जाएगा।