सार
राजस्थान में कांग्रेस पार्टी की आंतरिक कलह अब खुलकर सामने आ रही है। प्रदेश सह प्रभारी के स्वागत को लेकर सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट के गुट के बीच जमकर हाथापाई हुई। कोई भी बड़ा नेता बोलने को तैयार नहीं, आलाकमान तक पहुंचा मामला।
अजमेर (jaipur news). आने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियां राजस्थान कांग्रेस ने शुरू कर दी है। अलग-अलग जिलों में जाकर जिम्मेदार नेताओं से फीडबैक लिया जा रहा है और इसकी रिपोर्ट आलाकमान तक दर जाएगी। बाद में आलाकमान तय करेगा कि टिकट किसे दिया जाए और किसका टिकट काट दिया जाए। इसी तरह का फीडबैक लेने के लिए कांग्रेस के प्रभारी लगाए गए हैं उनका यही काम है कि वे लोग कांग्रेस के सीनियर नेताओं से मिले और पूरी जानकारी जुटाएं।
प्रदेश सह प्रभारी के कार्यक्रम में ही चल गए लात घूंसे
कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सुखविंदर सिंह रंधावा की मदद करने के लिए तीन सह प्रभारी लगाए गए हैं। इनसे प्रभारियों में एक है अमृता धवन। सह प्रभारी अमृता धवन गुरुवार के दिन अजमेर जिले में कांग्रेस के नेताओं के बीच पहुंची थी। लेकिन वहां इतने लात घूंसे चले कि फीडबैक कार्यक्रम बंद करने की नौबत आ गई। लात घुसा को काबू करने के लिए आरटीडीसी के चेयरमैन और कांग्रेसी नेता धर्मेंद्र राठौड़ पहुंचे तो उनके भी खिलाफ नारे लग गए।
पायलट और गहलोत के गुटों में हुई जमकर लड़ाई
दरअसल कांग्रेस जिला कमेटी और कांग्रेस कमेटी देहात दोनों का अलग-अलग फीडबैक कार्यक्रम था। पहले जिला कमेटी के पदाधिकारियों को बुलाया गया लेकिन उसी समय वहां पर देहात कमेटी के नेता और कार्यकर्ता भी आ पहुंचे। दोनों कमेटियों के बड़े नेता तो अंदर चले गए। लेकिन उनके समर्थक बाहर आपस में उलझ गए। अजमेर जिले में जिला कमेटी और देहात कमेटी में सचिन पायलट और अशोक गहलोत के समर्थक हैं। दोनों नेताओं में विवाद जगजाहिर है। इन्हीं दोनों नेताओं के विवादों के बीच आज इनके समर्थक आपस में उलझ गए ।
आलाकमान तक पहुंचा मामला
हालांकि शाम करीब 4:00 बजे इस पूरे मामले को लेकर अजमेर जिले के कांग्रेसी कार्यकर्ताओं की बैठक रखी गई और उसमें दोनों पक्षों की बात सुनी गई और उसे आलाकमान तक भेज दिया गया। बताया जा रहा है कि अमृता धवन सिर्फ जिला कमेटी से बात करने आई थी। देहात कमेटी का फीडबैक कार्यक्रम किसी दूसरी जगह रखा गया था । लेकिन दोनों पक्ष एक ही जगह आ गए।
किस बात पर हुआ दोनों का गुटों का झगड़ा
इनमें जिला कमेटी के नेता विजय जैन ने कहा की हम लोग अंदर थे, बाहर कार्यकर्ता क्यों उलझ गए पता नहीं। देहात कमेटी के नेता रामचंद्र चौधरी यह कहते हुए मिले कि उन्हें भी यही बुलाया गया था। फीडबैक का यह कार्यक्रम अजमेर के वैशाली नगर स्थित सर्किट हाउस में रखा गया था। आज दोनों ही कमेटियों का फीडबैक होना था लेकिन एक का हीं फीडबैक लिया जा सका।
मारपीट के यह वीडियो अब सह प्रभारी अमृता तक पहुंचाए गए हैं। उनका कहना है कि जिसने भी अनुशासनहीनता की है उसके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। हालांकि मामला पुलिस थाने तक नहीं पहुंचा था।
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