सार
राजस्थान में इन दिनों सीएम अशोक गहलोत की सरकार गांव-गांव में महंगाई राहत कैंप शिविर लगा रही है। लेकिन जयपुर के ग्रामीण इलाके में जब गहलोत जनता से बात कर रहे थे तो इस दौरान एक लापरवाही हो गई। सीएम को इतना गुस्सा आया कि दो अफसरों को सस्पेंड कर दिया।
जयपुर. मुख्यमंत्री अशोग गहलोत इन दिनों एक जिले से दूसरे जिले में दनादन दौरे कर रहे हैं। कभी हवाई यात्रा तो कभी सड़क यात्रा....। चुनाव से पहले गहलोत ऐसी कोई भी कम नहीं छोड़ना चाहते जिससे चुनाव में उनको परेशानी का सामना करना पडे। जनता के लिए जो महंगाई राहत कैंप लगाए हैं उन कैपों के नाम पर हर रोज गहलोत कई जिले नाप रहे हैं। इस दौरान कोई अफसर या कार्मिक लापरवाही बरत रहा है तो उसकी तत्काल नौकरी जा रही है। इसी तरह का मामला शुक्रवार दोपहर जयपुर के ग्रामीण इलाके... जमवारामगढ़ में देखने को मिला। दो अफसरों की लापरवाही सामने आई तो रातों रात उनके निंलबन के ऑर्डर टाइप हो गए और सवेरे होने से पहले उनको निलंबित कर दिया गया।
सीएम के संवाद के बीच में राष्ट्रगान बज गया...दो अफसर को कर दिया गया निलंबित
दरअसल. जमवारागढ़ इलाके में सीएम गहलोत राहत कैंप का जायजा लेने और जन सभा को संबोधित करने के लिए गए थे। इस दौरान अलग अलग विभाग के कार्मिक और अफसरों को अलग अलग जिम्मेदारी दी गई थी। टैंट लगवाने, हवा पानी का बंदोबस्त करने, माइक से आदि की जिम्मेदारी भी अधिकारियों को दी गई थी। लेकिन सीएम के आने से पहले ही अव्यवस्था फैल गई।
सीएम का गुस्सा सातवें आसमान पर था
सीएम को यह सूचना किसी ने भेज दी कि जवामरागढ में आंधी तूफान आने के कारण टैंट उड़ गए हैं। अव्यवस्था फैल गई है। इस कारण एक घंटा देरी से आएं। सीएम करीब डेढ़ घंटा देरी से पहुंचे। पता चला कि कोई आंधी तूफान नहीं आया। इस पर सीएम को गुस्सा आया। वहां पर पंखों का बंदोबस्त नहीं होने से सीएम और उनको सुनने आए लोगों को पसीना आया तो सीएम को और ज्यादा गुस्सा आने लगा। कुछ देर के बाद जब सीएम सभा को संबोधित कर रहे थे तो अचानक बीच में ही राष्ट्रगान बज गया। उसके बाद तो सीएम का गुस्सा सातवें आसमान पर था। जल्द ही सभा को खत्म किया गया। रात होते होते लापरवाही बरतने वाले नाप दिए गए। आरएएस अफसर अनिता खटीक और मोहन लाल रैगर नाम के एक कार्मिका को निलंबित कर दिया गया है।