Bandikui Expressway Ramp Construction: बांदीकुई एक्सप्रेसवे पर श्यामसिंहपुरा-द्वारापुरा के पास एंट्री-एग्जिट रैंप को मंजूरी मिल गई है। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ने ₹16.5 करोड़ की लागत से निर्माण का आदेश जारी किया है। वर्षों पुरानी मांग अब पूरी होगी।
Bandikui Expressway Development 2025: राजस्थान के बांदीकुई एक्सप्रेसवे पर अब विकास की रफ्तार और तेज हो चुकी है। श्यामसिंहपुरा और द्वारापुरा जैसे गाँवों को अब हाईवे से सीधी और सुरक्षित कनेक्टिविटी मिलने जा रही है। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने इस उद्देश्य से एंट्री और एग्जिट रैंप के निर्माण की मंजूरी दे दी है, जिसके लिए ₹16.5 करोड़ की लागत तय की गई है।
इस मंजूरी के पीछे कौन है असली सूत्रधार?
इस ऐतिहासिक फैसले को लागू करवाने में विधायक भागचंद सैनी की भूमिका अहम रही है। वर्षों से जनता इस रैंप की मांग कर रही थी, लेकिन अब जाकर उनकी पहल ने मंजिल पाई है। उनकी ओर से मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का आभार भी जताया गया है, जिन्होंने इस प्रस्ताव को प्राथमिकता दी।
क्या रैंप निर्माण से बदलेगा क्षेत्र का ट्रैफिक और व्यापारिक परिदृश्य?
यह रैंप न केवल स्थानीय निवासियों को एक्सप्रेसवे से जोड़ेगा, बल्कि व्यापारिक गतिविधियों में भी वृद्धि करेगा। खेत-खलिहानों और ग्रामीण बाजारों से जुड़ी गाड़ियां अब मुख्य मार्ग तक आसानी से पहुंच सकेंगी, जिससे लॉजिस्टिक और इमरजेंसी रेस्पॉन्स टाइम में भी सुधार आएगा।
क्या यह सिर्फ एक रैंप है, या फिर नए युग की शुरुआत?
जहां एक ओर यह एक छोटा सा निर्माण लगता है, वहीं दूसरी ओर यह पूरे क्षेत्र के लिए एक बदलाव का प्रतीक बन सकता है। जिन गांवों को अब तक नजरअंदाज किया गया, वे अब राजस्थान की विकास यात्रा में सीधे जुड़ रहे हैं। रैंप बनने से श्यामसिंहपुरा, द्वारापुरा और आसपास के गांवों की एक्सप्रेसवे तक आसान पहुंच बन जाएगी। इससे न केवल समय बचेगा, बल्कि व्यापारिक और आपातकालीन कनेक्टिविटी भी बेहतर होगी।
