सार

बाड़मेर की कलेक्टर टीना डाबी को दिव्यांगजन कल्याण शिविर के लिए राज्य स्तरीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उन्होंने 'नवो बाड़मेर' और 'मरू उड़ान' जैसे अभियान भी शुरू किए हैं।

बाड़मेर. राजस्थान की चर्चित आईएएस अधिकारी और वर्तमान में बाड़मेर की जिला कलेक्टर, टीना डाबी को राज्य स्तरीय पुरस्कार से नवाजा गया है। उन्हें यह सम्मान जयपुर में अंतरराष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस के अवसर पर मिला। इस पुरस्कार को लेकर सोशल जस्टिस और एंपावरमेंट मंत्री, अविनाश गहलोत और विशिष्ट शासन सचिव एच गुइटे ने टीना डाबी को सम्मानित किया। टीना डाबी को यह पुरस्कार उनकी ओर से आयोजित किए गए दिव्यांगजन कल्याण शिविर के लिए दिया गया था, जिसने पूरे राज्य में चर्चा का विषय बना। राजस्थान में 50 जिले हैं , लेकिन ऐसा करने वाली वह पहले कलेक्टर है।

मंत्रियों को भी पसंद आया था टीना डाबी का ये काम

टीना डाबी ने हाल ही में बाड़मेर में एक दिव्यांगजन कल्याण शिविर का आयोजन किया था, जिसका उद्देश्य दिव्यांगजन के जीवन को आसान बनाना और उन्हें विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाना था। इस शिविर के दौरान उन्होंने दिव्यांगजन के लिए कई राहत और सहायक योजनाओं की जानकारी दी, जिससे वे अपनी समस्याओं का समाधान पा सकें। इस पहल को मंत्री अविनाश गहलोत ने सराहा और इसे पूरे राज्य में लागू करने की घोषणा की। टीना का यह कार्य एक आदर्श बन गया है और उन्हें समाज में बदलाव लाने के लिए सराहना मिल रही है।

टीना डाबी ने 'नवो बाड़मेर' स्वच्छता अभियान की शुरुआत

इसके अलावा, टीना डाबी ने बाड़मेर में 'नवो बाड़मेर' स्वच्छता अभियान की शुरुआत की थी, जिसे पूरे प्रदेश में बहुत सराहा गया। इसके बाद उन्होंने महिला सशक्तिकरण की दिशा में 'मरू उड़ान' अभियान शुरू किया। इस अभियान के तहत उन्होंने महिलाओं को शारीरिक, मानसिक और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए कई कार्यकमों का आयोजन किया। इन कार्यक्रमों में महिलाओं को अपने अधिकारों और जिम्मेदारियों के बारे में जागरूक किया गया, जिससे बाड़मेर की महिलाएं उनके कार्यों की प्रशंसा कर रही हैं और उनका समर्थन कर रही हैं। टीना डाबी ने अपने कार्यों से साबित कर दिया है कि प्रशासन में महिला अधिकारियों की भूमिका कितनी महत्वपूर्ण हो सकती है। उनका यह योगदान राज्य की प्रगति और समाज में सकारात्मक बदलाव की दिशा में एक अहम कदम है।