सार

भरतपुर शहर में दर्दनाक हादसा हुआ। यहां सेहत दुरुस्त रखने के लिए रोज मॉर्निंग वॉक करने वाले रिटायर टीचर को आवारा सांड ने 20 फीट तक उछाल कर ऐसा पटका की उसकी सारी हड्डिया चकनाचूर हो गई। गंभीर हालत में उन्हें भर्ती कराया गया जहां उनकी जान चली गई।

भरतपुर (bharatpur news). राजस्थान में पिछले कुछ दिनों से ही आवारा मवेशियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। इन मवेशियों के कारण आए दिन सड़क हादसे हो रहे हैं और लोगों की जाने तक जा रही है। इसी तरह का मामला आज भरतपुर जिले से भी सामने आया है। भरतपुर में एक सांड ने एक रिटायर्ड टीचर की जान ले ली। टीचर अपनी वाइफ के साथ मॉर्निंग वॉक पर निकले थे । इस दौरान सांड ने पीठ में सींग गड़ा दिए और टीचर को उठाकर कई फीट ऊंचा उछाल दिया। जैसे ही वह नीचे गिरे गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। कुछ घंटे के इलाज के बाद उनकी मौत हो गई। मामला बयाना थाना क्षेत्र का है।

रोज की तरह घूमने निकले थे भरतपुर के रिटायर्ड टीचर

मिली जानकारी के अनुसार शिक्षक मोहनलाल करीब 5 साल पहले रिटायर हो गए थे। वह बयाना क्षेत्र के भीतरवाडी गांव के रहने वाले थे। हर रोज की तरह आज सवेरे भी वे गांव के नजदीक ही अपनी पत्नी के साथ मॉर्निंग वॉक पर गए थे। सवेरे करीब 6:30 बजे अचानक एक सांड ने उन पर हमला कर दिया। वहां मौजूद अन्य लोगों ने सांड को भगाया और उसके बाद मोहनलाल को नजदीक ही जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन अस्पताल में इलाज के दौरान मोहनलाल मीणा की मौत हो गई। डॉक्टर का कहना था कि शरीर की कई पसलियां टूट गई, साथ ही सिर में भी गंभीर चोटे आई है।

आवारा साड के अटैक के चलते 20 फीट उछल कर गिरे नीचे

मोहनलाल को सांड ने करीब 20 फीट ऊंचा उछाला और वे उसके बाद नीचे आ गिरे, पीठ में भी गंभीर गांव हुए हैं और अंदरूनी अंगों को भी भारी नुकसान हुआ है। इस कारण अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी जान चली गई। पत्नी के सामने हुई पति की मौत के बाद घर में कोहराम मचा हुआ है। पूरे परिवार का रो रो कर बुरा हाल है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि आवारा मवेशियों के कारण लगभग हर दूसरे दिन किसी ना किसी तरह का हादसा हो रहा है, लेकिन नगर परिषद इस बारे में कोई कार्रवाई नहीं करती है। कभी कबार गाय और सांड पकडे भी जाते हैं तो कुछ दिन बाद उनकी संख्या फिर से बढ़ जाती है।