सार

राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के शाहपुरा में गणेश विसर्जन के बाद एक पंडाल में जानवरों की हड्डियां और मांस मिलने से तनाव फैल गया है। स्थानीय लोगों में आक्रोश है और वे आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

भीलवाड़ा. राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के शाहपुर क्षेत्र में गणेश विसर्जन के बाद फिर से तनाव की स्थिति पैदा हो रही है। दरअसल, पंडाल से जब टेंट का सामान ले जाया जाने लगा, तब वहां पर कर्मचारियों को जानवरों की हड्डियां और मीट-मटन मिला जिसके कारण लोगों में आक्रोश फैल गया है। गणेश पंडाल में बकरे की टांग और मीट मिलने से तनाव बढ़ रहा, मौके पर भीड़ जुटने लगी, जिस पर मुश्किल से काबू किया है। ऐसे में तीन दिन से चल रहा विवाद अब फिर भड़कता नजर आ रहा है। 

गणेश विसर्जन के बाद बिगड़े हालात

भीलवाड़ा जिले के शाहपुरा क्षेत्र में एक बार फिर से तनाव बढ़ गया है। गणेश विसर्जन के बाद बुधवार को एक पंडाल में जानवरों की हड्डियां और मांस के अवशेष मिलने से माहौल गरमा गया। पिछले कुछ दिनों से चल रही शांति के बाद यह घटना पुलिस और प्रशासन के लिए नई चुनौती बन गई है।

टेंट का सामान लेने आए थे कर्मचारी

जानकारी के अनुसार- गणेश प्रतिमा के विसर्जन के बाद जब टेंट हाउस के कर्मचारी सामान लेने पहुंचे तो उन्हें पंडाल में जानवरों के अवशेष मिले। इस घटना की सूचना तुरंत स्थानीय अधिकारियों को दी गई, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस का मानना है कि यह अवशेष पहले से यहां रखे गए थे और पूजा के दौरान ध्यान नहीं गया। हालांकि इस घटना ने लोगों में आक्रोश पैदा कर दिया और वे आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग करने लगे।

एकादशी पर हुआ था पथराव

जल झूलनी एकादशी के दौरान पहले ही इलाके में पथराव और बवाल हो चुका है, जिससे प्रशासन को कई दिनों तक कर्फ्यू जैसे हालात का सामना करना पड़ा था। अब इस नई घटना ने माहौल को और बिगाड़ दिया है। नगर सभापति रघुनंदन सोनी और पुलिस उपाधीक्षक रमेश तिवारी ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और अवशेष को हटाने का कार्य किया।

माहौल खराब कर रहे लोग

स्थानीय लोगों का आरोप है कि यह एक सुनियोजित प्रयास है माहौल को खराब करने का। पंडाल में बकरे के पैर मिले हैं और मांस के टुकड़े मिले हैं। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा। प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करते हुए फिर से जाप्ता तैनात किया है। ऐसे में अब देखना यह होगा कि क्या प्रशासन इस मामले को समय रहते सुलझा पाता है या फिर से तनाव बढ़ता है।

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