सार
पटवारी-इंस्पेक्टर और लेक्चरर…राजस्थान में सरकारी भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक कर रहे कर्मचारी, 275 के नाम आए सामने, अब तक 86 नौकरी से बर्खास्त...
जयपुर, राजस्थान में सरकारी भर्तियों के पेपर लीक मामलों ने प्रशासन को हिला कर रख दिया है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की सरकार की "जीरो टॉलरेंस नीति" के चलते हाल ही में बड़े पैमाने पर कार्रवाई हुई, जिसमें कई अधिकारियों और कर्मचारियों को बर्खास्त किया गया। ताजा मामला एक पति पत्नी का है। दोनों अलग-अलग जिले में पटवारी लगे हुए थे, लेकिन अब दोनों को बर्खास्त कर दिया गया है । इनके अलावा 84 सरकारी कर्मचारी और बर्खास्त किए गए हैं।
कैसे हुआ परीक्षाओं के पेपर लीक की खुलासा?
दरअसल राजस्थान एसओजी और एटीएस को लंबे समय से कई सरकारी परीक्षाओं के प्रश्न पत्र लीक होने की शिकायतें मिल रही थीं। गुप्त सूचना के आधार पर एसओजी ने जांच तेज की और नेपाल बॉर्डर पर एक संदिग्ध गतिविधि को ट्रैक किया। हर्षवर्धन मीणा नाम के व्यक्ति को नेपाल से लौटते समय गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे हुए। पता चला उसने कई सरकारी भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक करवाए थे। हर्षवर्धन मीना दौसा में पटवारी के पद पर लगा हुआ था । जिसे कल बर्खास्त किया गया है। हालांकि उसके खिलाफ जांच लंबे समय से चल रही है और वह गिरफ्तार है।
पत्नी ने खुद की बजाय पटवारी परीक्षा में बैठाया डमी कैंडिडेट
पत्नी का भी फर्जीवाड़ा उधर जांच में पता चला कि हर्षवर्धन की पत्नी, सरिता मीणा, जो भीलवाड़ा में पटवारी थी, ने खुद के बजाय एक डमी अभ्यर्थी को परीक्षा में बैठाया था। जब अधिकारियों ने उसके पिछले परीक्षा रिकॉर्ड की छानबीन की, तो उन्होंने पाया कि यह उसकी पहली धोखाधड़ी नहीं थी। दिसंबर 2024 में, सरकार ने उसे भी सेवा से बर्खास्त कर दिया था।
86 बर्खास्त, 189 पर जांच जारी
एसओजी की स्पेशल टीम के द्वारा अलग-अलग सरकारी भर्ती परीक्षाओं की जांच की जा रही है। इनमें मिली भगत के बाद अब तक 86 सरकारी कर्मचारियों को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। 45 प्रशिक्षु उप निरीक्षकों के अलावा, कई शिक्षक, पटवारी और अधिकारी इस जाल में फंसे हैं। इन कर्मचारियों को बर्खास्त करने के अलावा 189 सरकारी कर्मचारियों की जांच अलग से चल रही है।