Deeg Triplets Miracle में धौलागढ़ गांव की मुमताज ने सातवें महीने में एक साथ तीन बेटियों को जन्म दिया। बच्चियां हल्का वजन होने के बावजूद सुरक्षित हैं और बेहतर देखरेख के लिए भरतपुर रेफर किया गया है। गांव में जश्न और आश्चर्य का माहौल है. 

Rajasthan Preterm Delivery : राजस्थान के नए डीग जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने पूरे इलाके को आश्चर्य और खुशी से भर दिया है। यहां धौलागढ़ गांव की रहने वाली मुमताज ने एक साथ तीन बच्चियों को जन्म दिया है। खास बात यह है कि यह डिलीवरी गर्भावस्था के सातवें महीने में हुई और इसके बावजूद तीनों बच्चियां फिलहाल सुरक्षित हैं।

डीग के डॉक्टरों ने कराई नॉर्मल डिलीवरी

अचानक शुरू हुई प्रसव पीड़ा, अस्पताल में हड़कंप शुक्रवार की सुबह कैथवाड़ा थाना क्षेत्र के गांव धौलागढ़ (धर्मशाला) में रहने वाली मुमताज को अचानक प्रसव पीड़ा शुरू हुई। पति साहिल ने तुरंत उन्हें नगर उप-जिला अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल पहुंचने पर मेडिकल टीम ने जांच की तो पता चला कि स्थिति आपातकालीन है। इसके बाद डॉक्टरों ने तुरंत नॉर्मल डिलीवरी की तैयारी की।

पांच-पांच मिनट में जन्मीं तीन बेटियां 

अस्पताल के प्रभारी चिकित्सक डॉ. रविंद्र ने बताया कि पहले बच्चे के जन्म के बाद सभी को लगा कि डिलीवरी पूरी हो गई है। लेकिन कुछ ही मिनट बाद दूसरा बच्चा और उसके पांच मिनट बाद तीसरा बच्चा पैदा हुआ। यह नजारा देखकर पूरा अस्पताल हैरान रह गया। तीनों बच्चियों का जन्म सामान्य रूप से हुआ और वे शुरुआती जांच में स्वस्थ पाई गईं।

डीग से डॉक्टरों ने किया भरतपुर रेफर

 हालांकि बच्चियां प्री-मैच्योर होने के कारण वजन में हल्की थीं, पहली का वजन 1.2 किलो, दूसरी का 1 किलो और तीसरी का 1.1 किलो। चिकित्सकों ने नवजातों को विशेष देखभाल की जरूरत बताते हुए उन्हें भरतपुर के जनाना अस्पताल रेफर कर दिया, जहां NICU सुविधा उपलब्ध है। डॉक्टरों का कहना है कि उचित देखभाल मिलने पर बच्चियां पूरी तरह स्वस्थ हो सकती हैं।

मुमताज और साहिल के परिवार में मन रहा जश्न

परिवार में जश्न, गांव में चर्चा का विषय मुमताज के पति साहिल ने कहा, “हमने कभी सोचा नहीं था कि हमें एक साथ तीन बेटियां मिलेंगी। यह हमारे लिए भगवान का आशीर्वाद है।” परिवारजन व गांववाले अस्पताल के बाहर जश्न मना रहे हैं और मां-बेटियों की सलामती की दुआ कर रहे हैं।

ट्रिपलेट जन्म कितना दुर्लभ?

 विशेषज्ञों के अनुसार, प्राकृतिक रूप से ट्रिपलेट्स का जन्म बेहद दुर्लभ होता है। अनुमान है कि हर 10000 डिलीवरी में से केवल एक में ही तीन बच्चे जन्म लेते हैं। यह घटना न केवल परिवार के लिए बल्कि पूरे जिले के लिए खुशी और गर्व का विषय बन गई है।