सार
Dholpur News : राजस्था के धौलपुर पुर में दो ऐसे सरकारी कर्मचारियों का शर्मनाक करतूत सामने आई है जो, आप का सिर शर्म से झुका देगी। दोनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
धौलपुर. (Dholpur News) राजस्थान के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए समाज कल्याण विभाग (Social Welfare Department) के वरिष्ठ सहायक शैलेन्द्र सिंह (Shailendra Singh) और कनिष्ठ सहायक अभिषेक शर्मा (Abhishek Sharma) को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। दोनों कर्मचारी 1,500 रुपये की रिश्वत मांग रहे थे, जिसके बाद ACB ने जाल बिछाकर उन्हें पकड़ लिया।
क्या है धौलपुर का ये पूरा मामला
धौलपुर निवासी एक व्यक्ति ने दिव्यांगजन स्कूटी योजना के तहत चार महीने पहले आवेदन किया था, जिसके बाद उन्हें स्कूटी तो मिल गई, लेकिन उसके जरूरी कागजात नहीं दिए गए। जब परिवादी समाज कल्याण विभाग गया, तो वहां तैनात शैलेन्द्र सिंह और अभिषेक शर्मा ने दस्तावेज देने के बदले 2,000 रुपये रिश्वत की मांग की। शिकायतकर्ता से पहले ही 500 रुपये लिए जा चुके थे, लेकिन शेष 1,500 रुपये देने के लिए बार-बार दबाव बनाया जा रहा था। परेशान होकर शिकायतकर्ता ने ACB धौलपुर इकाई को इसकी सूचना दी।
ACB ने कैसे की कार्रवाई?
ACB ने इस मामले की जांच शुरू की और शिकायत सही पाए जाने पर जाल बिछाया। 25 मार्च 2025 को जैसे ही अभिषेक शर्मा और शैलेन्द्र सिंह ने रिश्वत के 1,500 रुपये लिए, ACB की टीम ने तुरंत उन्हें रंगे हाथ पकड़ लिया।
रिश्वत की डायरी भी मिली
- ACB को आरोपियों के पास से एक डायरी भी मिली, जिसमें अन्य लोगों से ली गई रिश्वत की एंट्री दर्ज थी। इसके अलावा 7,500 रुपये नकद भी बरामद किए गए, जो संदेह है कि अन्य लोगों से ली गई रिश्वत की रकम हो सकती है।
- ACB की टीम अब यह जांच कर रही है कि क्या इस मामले में और भी लोग शामिल हैं। आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत केस दर्ज कर आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
- भ्रष्टाचार के खिलाफ यह कार्रवाई एक महत्वपूर्ण कदम है। आम जनता से अपील की जाती है कि यदि किसी भी सरकारी अधिकारी या कर्मचारी द्वारा रिश्वत मांगी जाती है, तो तुरंत ACB हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज करें।