सार
राजस्थान की राजधानी जयपुर के एक मॉल में चल रहे एक कॉल सेंटर पर पुलिस ने छापा मारा। यूपी-दिल्ली...मणिपुर-मेघालय और राजस्थान के पढ़े-लिखे लोग नौकरी करते थे। ये लोग यहां बैठकर अमेरिका के लोगों से करोड़ों की चपत लगा रहे थे।
जयपुर (राजस्थान). जयपुर पुलिस ने जयपुर में एक फर्जी कॉल सेंटर पर छापा मारा है । सबसे बड़ी बात यह है कि कॉल सेंटर फर्जी है , इस बारे में सिर्फ कॉल सेंटर के मालिक और मकान मालिक को ही पता था। साथ ही कॉल सेंटर पर काम करने वाले स्टाफ के लीडर को भी इस बारे में जानकारी दी कि वे लोग क्या कर रही है । कॉल सेंटर पर काम करने वाले स्टाफ को हर महीने की पगार दी जा रही थी, जैसे कि सामान्यत है हर जगह पर होता है , लेकिन उन्हें पता ही नहीं चला कि वह यहां बैठे-बैठे विदेशियों के साथ ठगी कर रहे हैं और अपने मालिक को डॉलर में पैसा कमा कर दे रहे हैं। पुलिस ने रेड मारी तब तक कॉल सेंटर का मालिक और बिल्डिंग का मालिक दोनों फरार हो चुके थे । जयपुर के चित्रकूट थाना इलाके का यह पूरा मामला है और चित्रकूट पुलिस ने यह रेड की है ।
मॉल में कोरोड़ों की कमाई के लिए बना रखे थे केबिन
पूरे घटनाक्रम की जांच पड़ताल कर रही चित्रकूट थाना अधिकारी गुंजन सोनी ने बताया कि चित्रकूट के एक मॉल में कमरा नंबर 2 , 3 और 4 में यह सारा खेल चल रहा था। इन तीनों कमरों में छोटे-छोटे केबिन बनाए गए थे और हर केबिन में एक मोबाइल फोन, लैंडलाइन फोन , कंप्यूटर और अन्य इंटरनेट के उपकरण थे । सभी स्टाफ को यह बताया गया था कि वे कंप्यूटर से रिलेटेड परेशानियों को समझाने के लिए यहां पर है और यह कॉल सेंटर माइक्रोसॉफ्ट के द्वारा चलाया जा रहा है।
कॉल सेंटर के दोनों मालिक हुए फरार
वहां पर काम करने वाले स्टाफ को पगार भी अच्छी दी जा रही थी , लेकिन आज पुलिस में बड़ा धमाका कर डाला। गुंजन सोनी ने बताया कि मॉल के मालिक सूरज यादव और कॉल सेंटर के मालिक संदीप उर्फ सैंडी को तलाशा जा रहा है । संदीप ने दो मोबाइल एप्लीकेशन के जरिए अमेरिका में बैठे लोगों को ठगने का काम शुरू कर रखा था ।
एक कमरे में बैठकर अमेरिका की परेशानियां करते थे दूर
यहाँ कॉल सेंटर पर काम करने वाले लड़के लड़कियों को यह बताया गया था कि वे अमेरिका में बैठे लोगों की परेशानियां इंटरनेट के जरिए सॉल्व कर रहे है। सैंडी का खास आदमी दीपक विदेशी लोगों के कंप्यूटर पर मेल के जरिए पहले बग भेजते थे , बाद में उसके साथ एक टोल फ्री नंबर भी देते थे जो कि उसी राज्य का होता था। जब इस नंबर पर कॉल किया जाता तो यह नंबर जयपुर में बैठे इस कॉल सेंटर पर लगता था और यहीं से ठगी का खेल शुरू हो जाता था। कॉल सेंटर पर बात करने के दौरान सभी स्टाफ को यह बताया गया था कि वह अपने अपने ग्राहकों से मोबाइल नंबर और मोबाइल नंबर के जरिए उनके अकाउंट नंबर भी ले लेवे । अकाउंट नंबर लेने के साथ ही दीपक नाम का उनका स्टाफ मेंबर ही उनके खातों से डॉलर निकाल लेता था और उन्हें अपने भारतीय खातों में जमा करवा देता था।
कोरोंड़ो रुपए कमा चुके थे दोनों
एसएचओ गुंजन सोनी ने बताया कि यह कॉल सेंटर काफी समय से चल रहा था और इस कॉल सेंटर के जरिए इन लोगों ने करोड़ों रुपए बना लिए थे । अब फरार चल रहे सैंडी और मॉल के मालिक सूरज यादव को तलाशा जा रहा है।