सार

दौसा में राजपूत समाज के युवक ने दहेज लेने से इनकार कर अच्छी पहल की है। दूल्हे ने दहेज की पांच लाख की रकम लौटाकर कहा कि सिर्फ दुल्हन चाहिए दहेज नहीं। 

दौसा। दहेज हत्या के आंकड़ा राजस्थान में तेजी से बढ़ रहे हैं। कुछ रुपयों के लिए घर टूट जा रहे हैं, लेकिन इस बीच ऐसे भी कुछ उदाहरण सामने आ रहे हैं जो समाज के लिए मिसाल बन रहे हैं। ऐसा ही एक मामला दौसा जिले से सामने आया है। जिले में सगाई के दौरान वधु पक्ष ने पांच लाख रुपये दिए। दूल्हे ने ले भी लिए और फिर सिर्फ एक रुपया रखकर बाकी सम्मानपूर्वक लौटा दिए। दूल्हा बोला, मुझे अच्छा जीवन साथी चाहिए बस, दहेज का लोभ नहीं है। दूल्हे की इस पहल की हर तरफ तारीफ हो रही है। सोशल मीडिया पर भी दूल्हे राजा छा गए हैं।

दौसा के सिकंदरा में था सगाई कार्यक्रम
दरअसल दौसा जिले के सिकंदरा इलाके स्थित निहालपुरा गांव में सगाई समारोह हो रहा था। गांव में रहने वाले राजपूत समाज के शैतान सिंह के बेटै दीपक सिंह की शादी गंगापुर सिटी इलाके में छकड़ा गांव की रहने वाले सुनील सिंह की बेटी दीपिका कंवर से तय हुई थी। वधु पक्ष के लोग वर पक्ष के यहां सगाई समारोह के लिए आए थे। वर पक्ष ने वधु पक्ष की आवभगत की और उसके बाद सगाई का कार्यक्रम शुरू हुआ।

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दूल्हे ने नोटों से भरा थाल लौटाया
दुल्हन के पिता ने दूल्हे को पांच लाख रुपयों से भरा हुआ थाल भेंट किया। दूल्हे ने एक बार तो वह लेने से इनकार कर दिया, ऐसे में वहां माहौल कुछ टेंशन वाला हो गया। वधु पक्ष भी हैरान रह गया। बाद में दूल्हे ने वर पक्ष से नोटों का यह थाल ले लिया और फिर सम्मान से वापस लौटा दिया। दूल्हे ने कहा कि दहेज के दानव को जब तक सब मिलकर खत्म नहीं करेंगे तब तक यह बढ़ता ही रहेगा। दूल्हे के इस पहल की सब तारीफ कर रहे हैं। दूल्हा दीपक एक होटल में अकाउंट्स मैनजर है और कई सालों से काम कर रहा है। वहीं दुल्हन गृहणी है। दोनों ही पढ़े लिखे हैं।