सार
जयपुर/पानीपत. जी हां आपने सही पढ़ा है, राजस्थान में पिछले दो दिन के दौरान हरियाणा रोडवेज की 86 बसों का चालान किया जा चुका है। जबकि हरियाणा में पिछले दो दिन के दौरान राजस्थान रोडवेज की 90 बसों का चालन ठोक दिया गया है। बड़ी बात यह है कि यह कार्रवाई दोनों ही राज्यों में लगातार जारी है और इस कार्रवाई के कारण वे लोग परेशान हो रहे हैं जो बसों में सफर कर रहे हैं। क्योंकि अधिकतर बसें चालान नहीं चुकाने के कारण जप्त की जा रही है । इस पूरे घटनाक्रम के पीछे ₹50 और एक वायरल वीडियो का विवाद है ।
3 मिनट के वीडियो ने दो राज्यों ने मचाया हड़कंप
दरअसल हरियाणा राज्य से जुड़े राजस्थान राज्य के अलवर जिले में यह पूरा घटनाक्रम सामने आया । दो दिन पहले अलवर में एक महिला पुलिसकर्मी, जो हरियाणा पुलिस की सिपाही थी । उससे राजस्थान रोडवेज की महिला कंडक्टर ने ₹50 का टिकट मांगा था, लेकिन हरियाणा पुलिस की महिला कांस्टेबल ने टिकट का पैसा नहीं दिया और कहा कि हरियाणा पुलिस वालों के पैसा नहीं लगता। महिला कंडक्टर ने कहा कि यह राजस्थान है और यहां पर पैसा देना पड़ता है । इसी बात पर दोनों का विवाद हुआ और विवाद इतना बढ़ गया कि करीब 3 मिनट का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। महिला पुलिसकर्मी ने रुपए तो नहीं दिए लेकिन उसके बाद राजस्थान रोडवेज की बसों का चालान काटना शुरू हो गया ।
राजस्थान पुलिस काट रही हरियाणा बसों के चालान
पिछले दो दिन के दौरान राजस्थान रोडवेज की 90 बसों का चालान हरियाणा राज्य के अलग-अलग शहरों में हो चुका है । जबकि दोनों राज्य आपस में सटे हुए हैं और हर रोज बड़ी संख्या में लोग दोनों स्टेट में सफर करते हैं। राजस्थान रोडवेज की बसों का चालान होने लगा तो अब राजस्थान पुलिस ने भी हरियाणा रोडवेज की बसों का चालान ठोकना शुरू कर दिया । दो दिन के दौरान 86 बसों के चालान कर दिए गए हैं। यह चालान जयपुर के सिंधी कैंप बस स्टैंड , दिल्ली रोड के सड़वा मोड़ और अन्य इलाकों में किए गए हैं । इन इलाकों से हरियाणा के लिए सबसे ज्यादा हरियाणा रोडवेज की बसें जाती है।
50 रुपए के कारण परेशान हो रहे लाखों लोग
मामला इतना बढ़ गया है कि अब दोनों राज्यों के लोग परेशान हो रहे हैं , वह भी त्यौहार के समय । जिस समय सबसे ज्यादा यात्री भार रहता है। हर व्यक्ति अपने शहर जाकर अपने परिवार के साथ त्यौहार मनाने की इच्छा रखता है । ऐसे समय में दोनों राज्यों के बीच में ₹50 का विवाद जनता पर भारी पड़ रहा है।