Heavy Rain in Rajasthan : पिछले तीन दिन से राजस्थान में भारी बारिश का दौर जारी है। जयपुर से लेकर उदयपुर तक सड़कों पर पानी-पानी नजर आया। जगह-जगह पर जलभराव के कारण जनजीवन प्रभावित हो रहा है।
Rajasthan Monsoon Update राजस्थान में मानसून एक बार फिर रफ्तार पकड़ चुका है। शनिवार देर रात से रविवार तक राज्य के कई हिस्सों में झमाझम बारिश का दौर जारी रहा। मौसम विभाग ने सिरोही, पाली और जालोर जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं बीकानेर, चूरू, गंगानगर और हनुमानगढ़ को छोड़कर बाकी 26 जिलों के लिए येलो अलर्ट लागू है।
जयपुर में सड़कों पर पानी-पानी
राजधानी जयपुर में शनिवार देर रात करीब एक घंटे तक तेज बरसात हुई। निचले इलाकों में पानी भर गया और कई जगहों पर जाम की स्थिति बन गई। बारिश के बाद शहर की सड़कों पर फिर से पानी लबालब नजर आया।
भीलवाड़ा में बिजली गिरने से एक मजदूर की मौत
कई जिलों में भारी नुकसान राज्य के विभिन्न जिलों में तेज बरसात से जनजीवन प्रभावित हुआ है। उदयपुर के जावरमाइंस क्षेत्र में शनिवार शाम को एक घंटे तक तेज बरसात हुई। यहां बहाव में कई गाड़ियां बह गईं। बीकानेर के लूणकरणसर इलाके में कच्चे मकान की छत गिरने से 10 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई, जबकि मां गंभीर रूप से घायल हो गई। भीलवाड़ा जिले के बिजौलिया क्षेत्र में केरखेड़ा स्थित पत्थर काटने के कारखाने पर बिजली गिर गई। हादसे में एक मजदूर की मौत हो गई और पांच मजदूर झुलस गए।
प्रतापगढ़, जोधपुर, श्रीगंगानगर कहर बरपा रही बारिश
प्रतापगढ़, जोधपुर, श्रीगंगानगर और सिरोही में 2 से 4 इंच तक वर्षा दर्ज की गई। आने वाले दिनों में कैसा रहेगा मौसम? मौसम विज्ञानियों के अनुसार वर्तमान में मानसून ट्रफ बीकानेर, कोटा, सिवनी (एमपी), दुर्ग (छत्तीसगढ़), भवानीपटना (ओडिशा) होते हुए बंगाल की खाड़ी तक सक्रिय है। इसका असर राजस्थान में भी देखने को मिल रहा है। अगले कुछ दिनों तक राज्य के अधिकांश हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश और कुछ स्थानों पर भारी वर्षा की संभावना जताई गई है।
राजस्थान प्रशासन ने किया सतर्क
लगातार हो रही बारिश को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने संवेदनशील इलाकों में अलर्ट जारी किया है। ग्रामीण क्षेत्रों में कच्चे मकानों और जर्जर इमारतों से दूर रहने की सलाह दी गई है। वहीं बिजली गिरने की घटनाओं से बचाव के लिए खेतों में काम कर रहे लोगों को सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए हैं। राजस्थान में मानसून की यह तेज बौछारें जहां गर्मी से राहत दे रही हैं, वहीं हादसों और जनहानि की घटनाओं ने लोगों की चिंता भी बढ़ा दी है।
