सार
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह राजस्थान के दौरे पहुंचे। जहां उन्होंने उदयपुर में जनसभा को संबोंधित किया। जब शाह को भाषण देने के लिए मंच पर आमंत्रित किया तो उन्होंने अपने पास पहले वसुंधरा राजे को संबोधन करने को कहा।
उदयपुर. राजस्थान में अब विधानसभा चुनाव में महज कुछ महीनों का समय बचा हुआ है। राजस्थान के उदयपुर में शुक्रवार को गृहमंत्री अमित शाह ने जनसभा कर कार्यकर्ताओं में जान फूंक दी। वहीं राजस्थान में लंबे समय से चल रही मुख्यमंत्री पद के चेहरे का संशय भी लगभग खत्म सा हो चुका है। शाह ने वसुंधरा राजे को खुद के भाषण से पहले स्टेज पर बुलाकर सबको चौंका दिया।
अमित शाह बोले- मुझसे पहले वसुंधरा जी को मंच पर बुलाइए
दरअसल, मंच का संचालन नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने अमित शाह को संबोधित करने के लिए मंच पर आमंत्रित किया लेकिन शाह ने पास बैठी वसुंधरा राजे को संबोधन करने को कहा। एकबारगी यह सब देखकर वहां मौजूद सभी नेता चौंक गए। मंच से वसुंधरा राजे ने कहा- कार्यकर्ताओं को अति आत्मविश्वास में बिल्कुल नहीं आना है लेकिन सरकार हम ही बनाएंगे।
राजस्थान में आज भी वसुंधरा ही सबसे आगे
राजनीतिक जानकारों की माने तो आज भी राजस्थान में भाजपा का आलाकमान वसुंधरा राजे पर ही विश्वास करता है। हालांकि, अभी तक इस पर आलाकमान की ओर से कोई टिप्पणी नहीं की गई है। राजनीतिक एक्सपर्ट के मुताबिक, राजस्थान में आज भी मुख्यमंत्री पद की दावेदारी में वसुंधरा राजे सबसे आगे हैं।
शाह बोले- कन्हैयालाल हत्याकांड पर झूठ बोलते हैं अशोक गहलोत
गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनकी सरकार पर जमकर हमला बोला। शाह ने कहा- गहलोत को बुढ़ापे में इधर-उधर नहीं घूमना चाहिए। प्रदेश सरकार कई बार आरोप लगा चुकी है कि हत्याकांड में केंद्र ने कुछ भी नहीं किया लेकिन हत्याकांड के ज्यादातर आरोपियों को एनआईए ने पकड़ा। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तो चाहते भी नहीं थे कि उन्हें पकड़ा जाए। यदि स्पेशल कोर्ट में सुनवाई होती तो अब तक आरोपी फांसी पर लटकाए जा चुके होते।
गहलोत ने कहा- शाह ने जो किया वह एक गैर जिम्मेदाराना बयान था
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी ट्वीट करते हुए कहा- यह उम्मीद की जाती है कि जिम्मेदार पदों पर बैठे लोग आतंकवाद जैसे गंभीर मुद्दों पर राजनीति नहीं करेंगे लेकिन आज उदयपुर में गृहमंत्री अमित शाह ने जो किया वह एक गैर जिम्मेदाराना बयान था।