सार

राजस्थान पुलिस मंगलवार से लेकर गुरुवार तक तीन दिवसीय राजस्थान पुलिस स्थापना दिवस मना रही है। इस बीच इंस्पेक्टर विक्रम सिंह चारण चर्चा में आ गया। जिसके लिए कमिश्नर से लेकर कांस्टेबल तक वंस मोर-वंस मोर करते रहे।

जयपुर. कहते हैं अगर शौक जिंदा है तो इंसान की हस्ती जिंदा है। शौक अगर पुलिस की ड्यूटी वाले व्यक्ति का हो तो उस शौक को पूरा करने के लिए समय से भी लड़ना पड़ता है। कुछ ऐसा ही मामला है राजस्थान पुलिस के एक इंस्पेक्टर का। इंस्पेक्टर का नाम है विक्रम सिंह चारण है और वे फिलहाल जोधपुर शहर में पुलिस कमिश्नरेट में तैनात है।

राजस्थान पुलिस स्थापना दिवस दिखाया हुनर

दरअसल राजस्थान पुलिस मंगलवार से लेकर गुरुवार तक तीन दिवसीय राजस्थान पुलिस स्थापना दिवस मना रही है। हर शहर में अलग-अलग आयोजन पुलिस के द्वारा किए जा रहे हैं । इसी तरह का एक आयोजन कल शाम को जोधपुर में हुआ । जोधपुर पुलिस कमिश्नर से लेकर कांस्टेबल तक हर व्यक्ति इस आयोजन में शामिल हुआ ।

कमिश्नर से लेकर कांस्टेबल तक वंस मोर कहते रहे...

इस आयोजन में माता का थान थाने के इंस्पेक्टर विक्रम सिंह चारण ने ....तेरी बिंदिया रे गाना.... मेल और फीमेल दोनों वॉइस में गाया । एक ही गाने को कई बार इसलिए गाना पड़ा क्योंकि कमिश्नर से लेकर कांस्टेबल तक वंस मोर कहते रहे.....। उसके बाद कमिश्नर ने खुश होकर इंस्पेक्टर विक्रम को ₹5000 का इनाम देने के लिए कहा ।

शौक बड़ी चीज है...

विक्रम सिंह ने कहा गाने का शौक बचपन से ही था । घर में होने वाली छोटे-मोटे आयोजन में गाना गाते थे । फिर पढ़ाई शुरू हुई और नौकरी लगी । अब इंस्पेक्टर का काम ऐसा है खाने के लिए भी वक्त निकालना पड़ता है। शौक के बारे में तो सोचिए ही मत.....। लेकिन खाने से पहले मैं मेरे गाने का शौक जरूर पूरा करता हूं।

सुनिए इंस्पेक्टर वो वीडियो